जकार्ता : भारत की पुरूष और महिला टीमें रविवार को यहां एशियाई खेलों की कम्पाउंड तीरंदाजी स्पर्धाओं के फाइनल में पहुंच गयीं जिसके साथ देश के कम से कम दो रजत पदक पक्के हो गये.
गत विजेता पुरुष टीम ने अपनी प्रतिष्ठा के अनुरूप प्रदर्शन करते हुये सेमीफाइनल में चीनी ताइपे को 230-227 से हराया. अभिषेक वर्मा, अमन सैनी और रजत चौहान की भारतीय तिकड़ी ने धीमी शुरुआत के बाद प्रदर्शन में धार लाते हुए चार सेट का मुकाबला 57-57, 57-56, 58-55, 59-59 से जीता.
भारतीय पुरुष टीम ने इससे पहले कतर (227-213) और फिलीपीन्स (227-226) को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया था. फाइनल में टीम 2014 के एशियाई खेलों की तरह इस बार भी दक्षिण कोरिया से भिड़ेगी. इससे पहले रविवार को भारतीय महिला टीम ने पिछले एशियाई खेलों के अपने प्रदर्शन में सुधार करते हुए फाइनल में जगह बनायी.
चार साल पहले इंचिओन में कांस्य जीतने वाली महिला टीम ने भी चीनी ताइपे को ही 225-222 से हराया. सुरेखा ज्योति वेन्नम, मुस्कान किरार और मधुमिता कुमार की तिकड़ी ने धीमा शुरुआत के साथ पहले दो सेट 55-58, 55-57 से गंवा दिये लेकिन वापसी करते हुये अगले दोनों सेट 57-55, 58-52 से जीतकर मुकाबला अपने नाम कर लिया.
भारतीय महिलाओं ने इससे पहले क्वार्टर फाइनल में मेजबान इंडोनेशिया को 229-224 से शिकस्त दी थी. महिला टीम भी फाइनल में दक्षिण कोरिया से भिड़ेगी. दोनों फाइनल 28 फरवरी को खेले जाएंगे. कम्पाउंड टीमों के दो पदकों से भारतीय तीरंदाजी टीम ने राहत की सांस ली क्योंकि इससे पहले रिकर्व तीरंदाज एक भी पदक जीतने में नाकाम रहे थे.