20 साल बाद भारतीय महिला हॉकी टीम पहुंची फाइनल में, रानी की हैट्रिक
जकार्ता : कप्तान रानी रामपाल की हैट्रिक के सहारे खिताब के प्रबल दावेदार भारत ने 18वें एशियाई खेलों की महिला हॉकी प्रतिस्पर्धा में थाइलैंड को 5-0 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया.भारतीय महिला टीम 20 साल बाद फाइनल में पहुंची है. इससे पहले 1998 में भारतीय महिला टीम फाइनल में पहुंची थी, लेकिन दक्षिण कोरिया […]
जकार्ता : कप्तान रानी रामपाल की हैट्रिक के सहारे खिताब के प्रबल दावेदार भारत ने 18वें एशियाई खेलों की महिला हॉकी प्रतिस्पर्धा में थाइलैंड को 5-0 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया.भारतीय महिला टीम 20 साल बाद फाइनल में पहुंची है. इससे पहले 1998 में भारतीय महिला टीम फाइनल में पहुंची थी, लेकिन दक्षिण कोरिया से हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा था. महिला टीम एशियाड हॉकी की पहली विजयी टीम रही है. 1982 में भारत ने दक्षिण कोरिया को हराया था और गोल्ड पर कब्जा किया था.
पहले दो क्वार्टर में कोई गोल ना होने के बाद भारतीय खिलाड़ियों ने मध्यांतर के बाद पांच गोल दागे. इनमें रानी (37वें, 46वें एवं 56वें मिनट), मोनिका (52वें मिनट) और नवजोत कौर (55वें मिनट) के गोल शामिल हैं. अब तक अजेय रही भारतीय महिला टीम चार मैच से 12 अंक हासिल करते हुए पूल बी में शीर्ष पर रही जबकि दक्षिण कोरिया दूसरे स्थान पर रही.
भारत ने अपने पिछले मैच में कोरिया की गत विजेता टीम को 4-1 से हराया था. पहले क्वार्टर के पहले कुछ मिनट में गेंद ज्यादातर समय थाइलैंड के पास रही लेकिन पांचवें मिनट में भारत को गोल करने का मौका मिला जब रानी का रिवर्स हिट गोल पोस्ट से कुछ दूरी से बाहर चला गया. दुनिया की नौवें नंबर की टीम भारत को इसी मिनट पहला पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन दीप ग्रेस इक्का की कोशिश को थाई डिफेंडर ने नाकाम कर दिया.
दूसरे क्वार्टर के शुरुआत मिनटों में भारत को कुछ मौके मिले. रानी ने एक और शॉट मारा लेकिन वह गोल पोस्ट से बाहर था जबकि वंदना कटारिया के शॉट को थाई गोलकीपर अलीसा नारूयेनग्राम ने नाकाम कर दिया. एक बार फिर 23वें मिनट में रानी ने सर्कल में घुसते हुए चार थाई डिफेंडरों को पीछे छोड़ते हुए गोल की तरफ गेंद भेजी लेकिन युवा स्ट्राइकर ललरेमसियामी पास को गोल में तब्दील नहीं कर पायीं.
इसके बाद 25वें मिनट में भारत को दूसरा पेनल्टी कॉर्नर मिला और रानी ने फिर से शॉट मारा लेकिन वह गोल नहीं कर पायीं. पहले 30 मिनट में दुनिया की 28वें नंबर की टीम के गोल ना करने देने के बाद तीसरे क्वार्टर में भारत ने आक्रामक खेल दिखाया. तीसरे क्वार्टर के दो मिनट के अंदर ही भारत को तीसरा पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन गुरजीत कौर के ड्रैग फ्लिक को थाई गोलकीपर अलीसा ने बचा लिया.
भारत ने इसके बाद एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन अलीसा एक बार फिर गुरजीत और गोल के बीच आ गयीं. भारत के लगातार दबाव बनाए रखने का 37वें मिनट में फायदा मिला जब रानी ने उदिता के शुरुआती प्रयास को अलीसा के बचाने के बाद रिबाउंड से गोल दाग दिया.
इसके बाद भारत ने 46वें मिनट में एक और गोल दागा जब रानी ने एक दूसरे रिबाउंड से गोल कर दिया. मैच के आखिरी दस मिनट में भारत ने तीन और गोल किये. पहले मोनिका ने 52वें मिनट में रिबाउंड से गोल दागा और फिर नवजोत एवं रानी ने दो खूबसूरत मैदानी गोल दागते हुए मुकाबला भारत के नाम कर दिया.