धारूण ने 400 मीटर बाधा दौड़ और सुधा ने 3000 मीटर स्टीपलचेज में जीता रजत पदक
जकार्ता : लंबी दूरी की अनुभवी धाविका सुधा सिंह ने सोमवार को यहां एशियाई खेलों में महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपलचेज में रजत पदक जीता जबकि धारूण अय्यासामी ने नये राष्ट्रीय रिकार्ड के साथ पुरुषों की 400 मीटर बाधा दौड़ में दूसरा स्थान हासिल किया. सुधा ने नौ मिनट 40.03 सेकेंड का समय लिया और […]
जकार्ता : लंबी दूरी की अनुभवी धाविका सुधा सिंह ने सोमवार को यहां एशियाई खेलों में महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपलचेज में रजत पदक जीता जबकि धारूण अय्यासामी ने नये राष्ट्रीय रिकार्ड के साथ पुरुषों की 400 मीटर बाधा दौड़ में दूसरा स्थान हासिल किया.
सुधा ने नौ मिनट 40.03 सेकेंड का समय लिया और एशियाई खेलों में अपना दूसरा पदक जीता. बहरीन की विनफ्रेड यावी ने 9:36.52 के समय के साथ स्वर्ण पदक जबकि वियतनाम की थी ओन नगुएन ने 9:43.83 का समय लेकर कांस्य पदक हासिल किया.
बत्तीस वर्षीय सुधा ने 2010 में 3000 मीटर स्टीपलचेज को एशियाई खेलों में शामिल करने पर स्वर्ण पदक जीता था. उनका सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत प्रदर्शन 9:26.55 और सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 9:39.59 है जो उन्होंने जून में राष्ट्रीय अंतरराज्यीय चैंपियनशिप के दौरान बनाया था. इससे पहले अय्यासामी ने पुरुषों की 400 मीटर बाधा दौड़ में 48.96 सेकेंड का समय लेकर खुद का राष्ट्रीय रिकार्ड तोड़ा और वह कतर के अब्दररहमान सांबा के बाद दूसरे स्थान पर रहे.
सांबा ने 47.66 सेकेंड के खेलों के नये रिकार्ड के साथ स्वर्ण पदक हासिल किया. अय्यासामी का इससे पहले का राष्ट्रीय रिकार्ड 49.45 सेकेंड था जो उन्होंने इस साल मार्च में फेडरेशन कप में बनाया था.
तमिलनाडु का यह 21 वर्षीय एथलीट 300 मीटर की दूरी तक चौथे स्थान पर था लेकिन आखिरी 100 मीटर में उन्होंने दो धावकों को पीछे छोड़कर रजत पदक हासिल किया. भारत का यह इस स्पर्धा में 2010 में जोसेफ अब्राहम के स्वर्ण पदक के बाद पहला पदक है.