मस्कट (ओमान) : एशियाई खेलों में कमजोर प्रदर्शन के बाद विजयी लय हासिल करने के लिये बेताब भारतीय पुरुष हॉकी टीम यहां गुरुवार को एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी के अपने पहले मुकाबले में मेजबान ओमान के खिलाफ दमदार शुरुआत करना चाहेगी.
भारतीय टीम जकार्ता एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने की प्रबल दावेदार थी लेकिन सेमीफाइनल में मलेशिया से हारने के बाद उसे कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा. दुनिया की पांचवें नंबर की टीम टूर्नामेंट में सबसे ऊंची रैंकिंग वाले एशियाई देश के तौर पर प्रवेश करेगी और ओमान से उसे कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए.
2014 एशियाई खेलों में पिछली बार जब दोनों टीमें आमने सामने हुई थीं तो भारत ने ओमान को 7-0 से मात दी थी. कोच हरेंद्र सिंह का मानना है कि राउंड रोबिन के अहम मुकाबलों से पहले मेजबान से भिड़ना अच्छा परीक्षण होगा. हरेंद्र ने कहा, हम मेजबान ओमान के खिलाफ अपना अभियान शुरू करने को लेकर उत्साहित हैं जो घरेलू दर्शकों के सामने खेलेंगे.
पूल मैच काफी अहम होंगे जिसमें हमें मलेशिया, पाकिस्तान, जापान और दक्षिण कोरिया से भिड़ना है, उससे पहले शुरुआती मैच हमारे लिये अच्छी परीक्षा होगा. कोच का मानना है कि टीम को अगर दोबारा ट्रॉफी हासिल करने की उम्मीद लगानी है तो उसे गलतियां कम करनी होंगी.
पहले मैच में ओमान से खेलने के बाद भारत को 20 अक्टूबर को चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से, 21 अक्ट्रबर को मलेशिया से और 24 अक्टूबर को दक्षिण कोरिया से भिड़ना है. पिछली बार टूर्नामेंट में भारत को हार का मुंह नहीं देखना पड़ा था, उसने जापान को 10-2 से हराया था, इसके बाद दक्षिण कोरिया से 1-1 से ड्रॉ खेला, पाकिस्तान को 3-2 और चीन को 9-0 से हराने के बाद मलेशिया को 2-1 से पराजित किया था.
भारत और पाकिस्तान दो-दो बार यह खिताब जीत चुके हैं. भारत ने 2011 में शुरुआती और 2016 में ट्रॉफी हासिल की थी जबकि पाकिस्तान ने 2012 और 2013 में खिताब जीता था.