मस्कट : गत चैंपियन भारत को मलेशिया ने एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी हॉकी टूर्नामेंट में गोल रहित बराबरी पर रोका लेकिन इसके बावजूद टीम अंक तालिका में शीर्ष पर बरकरार है.
राउंड रोबिन लीग के चार-चार मैचों के बाद भारत और मलेशिया दोनों के समान 10 अंक हैं लेकिन बेहतर गोल अंतर के कारण भारत शीर्ष पर है. मैच में भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही और टीम ने शुरू में गोल करने के कई मौके गंवायें.
हार्दिक सिंह शुरुआत में मिले गोल करने के मौकों का फायदा उठाने में नाकाम रहे. हरमनप्रीत सिंह के पेनल्टी कार्नर फ्लिक को मलेशिया के गोलकीपर रोका जबकि मनदीप लंबे क्रास को अपने कब्जे में लेने में नाकाम रहे. पहले क्वार्टर में ऐसा दो बार हुआ.
मलेशिया ने पलटवार करने के हुए अच्छा मूव बनाया लेकिन पहले हॉफ में अधिकांश समय टीम भारतीय स्ट्राइकरों से अपने गोल को ही बचाती रही. दूसरे हॉफ में मलेशिया के डिफेंडरों ने अंतिम समय को छोड़कर अधिकांश समय भारतीय स्ट्राइकरों को अपने सर्कल से दूर रखने में सफलता हासिल की.
भारत को अंतिम लम्हों में दो पेनल्टी कार्नर मिले लेकिन टीम इनका फायदा उठाने में विफल रही. इस दौरान मलेशिया की टीम कुछ समय 10 खिलाड़ियों के साथ भी खेली जब भारतीय कप्तान मनप्रीत सिंह पर जानबूझकर फाउल करने के लिए तेंग्कु ताजुद्दीन को पीला कार्ड दिखाया गया. निलाकांत शर्मा भी इसके बाद करीबी अंतर से गोल करने से चूक गए. भारतीय कोच हरेंद्र सिंह ने हालांकि मैच के बाद मौके गंवाने पर मलाल जताया. उन्होंने कहा, मैं खुश नहीं हूं. हम अंतरराष्ट्रीय हॉकी में इस तरह मौके नहीं गंवा सकते.
मलेशिया के कोच रोलैंट ओल्टमैंस ने कहा कि ताजुद्दीन को जब पीला कार्ड दिखाया गया और उनके पास 10 ही खिलाड़ी बचे तो टीम को मुश्किल समय का सामना करना पड़ा. ओल्टमैंस ने कहा, अंतिम चरण में पीला कार्ड दिखाए जाने के बाद हम कुछ दबाव में आ गये. अन्यथा, मैच लगभग उसी तरह चला जैसे हमने उम्मीद की थी. भारत अपने पांचवें राउंड रोबिन मैच में बुधवार को कोरिया से भिड़ेगा.