सल्वाडोर : गत चैंपियन स्पेन वर्ल्ड कप फुटबॉल के पहले मैच में शुक्रवार को हॉलैंड से खेलेगा. स्पेन ने इसी टीम को पिछली बार फाइनल में हराया था, लिहाजा डच टीम की नजरें बदला चुकता करने पर होगी. जोहानिसबर्ग में खेले गये 2010 वर्ल्ड कप के फाइनल में अतिरिक्त समय खत्म होने से चार मिनट पहले आंद्रेस इनिएस्ता के गोल के दम पर स्पेन ने नीदरलैंड को हराकर पहली बार वर्ल्ड कप जीता था.
अब दोनों टीमें विश्व कप ग्रुप बी के पहले मैच में यहां भिडेंगी. इस ग्रुप की अन्य टीमें चिली और ऑस्ट्रेलिया हैं. डच टीम में कप्तान रॉबिन वान पर्सी, अज्रेन रॉबेन, वेस्ली स्नाइडेर, नाइजेल डि जोंग और डर्क कुएट वो पांच खिलाडी हैं जो 2010 में फाइनल खेले थे. वहीं स्पेन के 23 में से 16 खिलाड़ी ऐसे हैं जो पिछले वर्ल्ड कप टीम में भी शामिल थे.
ऑस्ट्रेलिया का सामना चिली से
कुइयाबा. फीफा वर्ल्ड कप फुटबॉल की कमजोर टीमों में शुमार ऑस्ट्रेलिया का सामना शुक्रवार को ग्रुप बी में छुपे रुस्तम चिली से होगा. दोनों टीमों की फीफा रैंकिंग ही इस मुकाबले की कहानी बयां करती है. चिली जहां 14वें स्थान पर है, वहीं ऑस्ट्रेलिया 62वें स्थान पर काबिज है. ऐसे में चिली की टीम का पलड़ा भारी होना स्वाभाविक है जो जीत के साथ आगाज करना चाहेगी. ऑस्ट्रेलियाई टीम में भी आत्मविश्वास की कमी नहीं है. ऑस्ट्रेलिया ने 1974 में पहली बार वर्ल्ड कप खेलते हुए चिली को गोलरहित ड्रॉ पर रोका था. मिडफील्डर डारियो विडोसिच ने कहा, ‘हमें इसकी परवाह नहीं है कि हमारे सामने कौन है. सामने 11 रोनाल्डो या मेसी हो सकते हैं लेकिन हम अपने देशवासियों को गौरवान्वित करने के लिए खेल रहे हैं. हमने यहां तक पहुंचने में काफी मेहनत की है.’ कोच एंजे पोस्टेकोग्लोउ की टीम के कप्तान माइल जेडिनाक हैं और उनके पास टिम काहिल तथा मार्क ब्रेसियानो जैसे अनुभवी खिलाड़ी हैं.
आत्मविश्वास से भरे मैक्सिको के आगे कैमरून की चुनौती
आत्मविश्वास से भरे मैक्सिको का सामना विश्व कप फुटबॉल ग्रुप ए के पहले मैच में शुक्रवार को कैमरून से होगा. मैक्सिको की नजरें 30 साल बाद क्वार्टर फाइनल में पहुंचने की दिशा में पहला कदम जीत के साथ रखने पर होगी. कोच मिगुएल हेरारा की टीम पिछले कुछ विश्व कप में अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतर सकी है. हेरारा 1994 में अमेरिका में विश्व कप नहीं खेल सके थे जिन्हें एक फोटोग्राफर को घूंसा जड़ने के कारण टीम से बाहर कर दिया गया था. पिछले पांच टूर्नामेंटों में मैक्सिको क्वार्टर फाइनल तक नहीं पहुंच सका है.