बैरुत : पिछले तीन साल से युद्ध का खतरा ङोल रहे सीरिया के युवा विद्रोही सरकारी बलों की बमबारी और जिहादियों की धमकियों की परवाह किये बिना विश्व कप फुटबाल में अपनी पसंदीदा टीमों के मैच देख रहे हैं. ताकतवर जिहादी समूह द इस्लामिक स्टेट आफ इराक एंड द लीवेंट (आईएसआईएल) के कब्जे वाले राका प्रांत में एक युवा विद्रोही और फुटबालप्रेमी ने खतरा मोल लेते हुए स्पेन और नीदरलैंड का मैच देखा.
अबु इब्राहिम नामक इस युवा ने कहा ,‘‘ आईएसआईएल के सदस्यों ने विश्व कप के पहले दिन कैफे में मिला किया और युवाओं को इबादत के लिये जाने को कहा.’’ उसने कहा ,‘‘ उनका कहना है कि फुटबाल लोगों का ध्यान अल्लाह की इबादत से हटा रहा है. मैने अपने दोस्त के घर शुक्रवार को नीदरलैंड और स्पेन का मैच देखा. हमें हमले का डर था लिहाजा गोल होने पर भी हमने कोई शोर नहीं किया.’’
ब्राजील के प्रशंसक इब्राहिम राका में उन चुनिंदा लोगों में से है जो खुलकर आईएसआईएल के खिलाफ अपने विचार रखते हैं. उन्होंने इंटरनेट के जरिये एएफपी से कहा ,‘‘ वे चाहते हैं कि सब कुछ मातमी और काला हो लेकिन मुझे जिंदगी से और फुटबाल से प्यार है.’’ डामास्कस के पास रहने वाले छात्र और अस्पताल में स्वयंसेवी अबु अनस भी फुटबाल के शौकीन हैं. उन्होंने कहा ,‘‘ हम छह दोस्तों ने मेरे घर पर स्पेन और नीदरलैंड का मैच देखा. यह रोजमर्रा के तनावों को भुलकर जिंदगी का मजा लेने का समय है.’’