भुवनेश्वर : स्टार ड्रैग फ्लिकर गोंजालो पेइलाट का मानना है कि ओलंपिक चैंपियन का तमगा कोई मायने नहीं रखता और अर्जेन्टीना को आगामी पुरुष हॉकी विश्व कप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा.
उन्होंने साथ ही कहा कि पेनल्टी कार्नर को गोल में बदलना टीम का मजबूत पक्ष है. बुधवार को यहां पहुंचने के बाद पेइलाट ने कहा, मुझे नहीं लगता कि दुनिया की दूसरे नंबर की टीम या ओलंपिक चैंपियन होने का यहां इस टूर्नामेंट में फर्क पड़ता है क्योंकि प्रत्येक टीम जीत के इरादे से यहां आई है. हमें प्रत्येक मैच पर ध्यान देना होगा और अपना सर्वश्रेष्ठ हॉकीखेलना होगा.
उन्होंने कहा, सभी को पता है कि पेनल्टी कार्नर हमारा मजबूत पक्ष होगा और प्रत्येक पहलू में शत प्रतिशत देना महत्वपूर्ण है. दुनिया की दूसरे नंबर की टीम अर्जेन्टीना का बुधवार को यहां बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गर्मजोशी से स्वागत किया.
विश्व कप के मुकाबले 28 नवंबर से शुरू होंगे. पिछले साल पुरुष हॉकी विश्व लीग फाइनल में रजत पदक जीतने वाले अर्जेन्टीना की टीम के सदस्य रहे पेइलाट ने कहा, यह शानदार टूर्नामेंट होगा, भुवनेश्वर में एक बार फिर खेल के दीवाने दर्शकों के सामने खेलना, पूरी टीम इसे लेकर बेताब है और दोबारा यहां खेलने को लेकर उत्सुक है.
अर्जेन्टीना को स्पेन, न्यूजीलैंड और फ्रांस के साथ पूल ए में रखा गया है. टीम अपने अभियान की शुरुआत स्पेन के खिलाफ 29 नवंबर को यहां कलिंगा स्टेडियम में करेगी. ओलंपिक चैंपियन अर्जेन्टीना की टीम जर्मन मारियानो ओरोंज्को के रूप में नये मुख्य कोच के साथ उतरेगी.
ओरोंज्को ने 2018 की शुरुआत में कार्लोस रेटेगुई की जगह ली. वह 2000 और 2004 ओलंपिक में डिफेंडर के रूप में अर्जेन्टीना का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. अर्जेन्टीना की टीम 2014 में द हेग में हुए पिछले विश्व कप में विजेता ऑस्ट्रेलिया और उप विजेता नीदरलैंड के बाद तीसरे स्थान पर रही थी.