#HockeyWorldCup2018 : आॅस्ट्रेलिया की संघर्षपूर्ण जीत, चीन ने इंग्लैंड को बराबरी पर रोका
भुवनेश्वर : आॅस्ट्रेलिया ने शुक्रवार को यहां कमजोर आयरलैंड पर 2-1 की संघर्षपूर्ण जीत से हाकी विश्व कप में खिताब की हैट्रिक पूरी करने के अपने अभियान की शुरुआत की. वहीं, दूसरे मैच में चीन ने शानदार प्रदर्शन किया आैर टूर्नामेंट का पहला उलटफेर करते हुए अपने से कहीं ऊंची रैंकिंगवाली इंग्लैंड को 2-2 की […]
भुवनेश्वर : आॅस्ट्रेलिया ने शुक्रवार को यहां कमजोर आयरलैंड पर 2-1 की संघर्षपूर्ण जीत से हाकी विश्व कप में खिताब की हैट्रिक पूरी करने के अपने अभियान की शुरुआत की. वहीं, दूसरे मैच में चीन ने शानदार प्रदर्शन किया आैर टूर्नामेंट का पहला उलटफेर करते हुए अपने से कहीं ऊंची रैंकिंगवाली इंग्लैंड को 2-2 की बराबरी पर रोक दिया.
विश्व में नंबर एक आॅस्ट्रेलिया ने 2010 और 2014 में खिताब जीते थे. वह खिताब के प्रबल दावेदार के रूप में इस टूर्नामेंट में उतरा है, लेकिन पहले मैच में वह प्रभावशाली प्रदर्शन नहीं कर पाया. विश्व में दसवें नंबर के आयरलैंड ने आक्रमण और रक्षण में अच्छा खेल दिखाकर आॅस्ट्रेलिया को काफी परेशान किया. आॅस्ट्रेलिया का पेनल्टी कार्नर में भी अच्छा प्रदर्शन नहीं रहा. वह पांच में से केवल एक पेनल्टी कार्नर को ही गोल में बदल पाया. आॅस्ट्रेलिया की तरफ से ब्लैक गोवर्स (11वें मिनट) और टिम ब्रांड (34वें मिनट) ने गोल किये, जबकि आयरलैंड की तरफ से एकमात्र गोल शेन ओ डोनोगे (13वें मिनट) ने किया. दोनों टीमों के बीच काफी अंतर है, लेकिन आयरलैंड ने पहले दो क्वार्टर में आॅस्ट्रेलिया की पूरी तरह से बराबरी की. वह आयरलैंड था जिसने गोल में पहला शाट जमाया, लेकिन आॅस्ट्रेलियाई गोलकीपर एंड्रयू चार्टर ने सीन मर्रे और मैथ्यू नेल्सन दोनों के शाट बचाकर संकट टाल दिया.
आॅस्ट्रेलिया खेल आगे बढ़ने के साथ आत्मविश्वास में दिखा और उसे 11वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक मिला. आयरलैंड ने वीडियो रेफरल मांगा जिसके बाद अंपायर का फैसला बदल दिया गया और आॅस्ट्रेलिया को पेनल्टी कार्नर मिला. गोवर्स ने फ्लिक से इसे गोल में बदला. आॅस्ट्रेलिया की बढ़त हालांकि दो मिनट तक रही और ओ डोनोगे ने मर्रे से मिली गेंद पर गोल करके स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया. दूसरे क्वार्टर में भी दोनों टीमों ने आक्रामक खेल दिखाया, लेकिन गोल नहीं कर पायी. इस क्वार्टर में आयरलैंड ने भी पेनल्टी कार्नर गंवाया, जबकि अंतिम क्षणों में आॅस्ट्रेलिया दो पेनल्टी कार्नर का फायदा नहीं उठा सका. आॅस्ट्रेलिया ने आखिर में मध्यांतर के बाद चौथे मिनट में गोल करके बढ़त बनायी और उसे आखिर तक बनाये रखा. कोरे वेयर मध्यपंक्ति से गेंद लेकर आगे बढ़े और उन्होंने उसे बाक्स के अंदर अकेले खड़े ब्रांड को थमाया. जिन्होंने दूसरे प्रयास में गोल किया.
शुक्रवार को ही खेले गये दूसरे मैच में इनर मंगोलिया स्वायत्त क्षेत्र के 18 साहसी खिलाड़ियों के दमदार प्रदर्शन से चीन ने इंग्लैंड के खिलाफ पूल बी का मैच 2-2 से ड्रा खेला. यह भले ही सुनने में अजीब लगे, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि पहली बार विश्व कप में भाग ले रही चीन की टीम के सभी 18 सदस्य केवल एक प्रांत इनर मंगोलिया स्वायत्त क्षेत्र से हैं. यह चीन के 34 प्रांतों में से एक है. इन 18 खिलाड़ियों ने जबर्दस्त खेल दिखाया और विश्व में सातवें नंबर के इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी क्षणों में गोल करके एक अंक हासिल किया. चीन की पुरूष हाकी टीम का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दोहा एशियाई खेल 2006 में दूसरे स्थान पर रहना है, लेकिन विश्व कप के अपने पदार्पण मैच में उसने सभी को प्रभावित किया.
इंग्लैंड ने जीत के प्रबल दावेदार के रूप में शुरुआत की, लेकिन झियाओपिंग गाओ ने पांचवें मिनट में शानदार मैदानी गोल करके चीन को बढ़त दिला दी. शुरू में गोल खाने के कारण इंग्लैंड आक्रामक हो गया. उसने पहले क्वार्टर में ही बराबरी का गोल कर दिया. उसकी तरफ से यह गोल मार्क ग्लेगहोर्न ने 14वें मिनट में पेनल्टी कार्नर पर किया. इसके बाद इंग्लैंड बढ़त हासिल करने के लिए जूझता रहा. आखिर में यांग आओ की रक्षापंक्ति में गलती का फायदा उठाकर लियाम अन्सेल ने 48वें मिनट में इंग्लैंड को बढ़त दिला दी. लेकिन, चीन ने हार नहीं मानी. उसने जवाबी हमला करके 59वें मिनट में पेनल्टी कार्नर हासिल किया और टलाके दु ने उसे बड़ी खूबसूरती से गोल में बदला.