माराडोना ने थामस मूलर को ”अल फाल्को” कहा

सेंटो आंद्रे : धुआंधार गोल करने के लिये मशहूर गर्ड मूलर को उनके कैरियर में नाटा, मोटा मूलर कहा जाता था और अब जर्मनी ने नये स्टार थामस मूलर को अर्जेंटीना के महान फुटबाल डिएगो माराडोना ने अल फाल्को (दुबला पतला) कहा है. मूलर ने पुर्तगाल के खिलाफ सल्वाडोर में गु्रप जी के मैच में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 18, 2014 11:40 AM

सेंटो आंद्रे : धुआंधार गोल करने के लिये मशहूर गर्ड मूलर को उनके कैरियर में नाटा, मोटा मूलर कहा जाता था और अब जर्मनी ने नये स्टार थामस मूलर को अर्जेंटीना के महान फुटबाल डिएगो माराडोना ने अल फाल्को (दुबला पतला) कहा है.

मूलर ने पुर्तगाल के खिलाफ सल्वाडोर में गु्रप जी के मैच में विश्व कप की पहली हैट्रिक लगाई थी. जर्मनी ने वह मैच 4-0 से जीता. बायर्न म्युनिख के 24 वर्षीय स्टार मूलर एक विंगर या आक्रामक मिडफील्डर की भूमिका में होते हैं. किसी क्लब या अपने देश के लिये वह बतौर स्ट्राइकर नहीं खेले हैं. उन्होंने अपने कोच जोकिम लोउ के भरोसे पर खरे उतरते हुए क्रिस्टियानो रोनाल्डो की अगुवाई वाले पुर्तगाल के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन किया.

माराडोना ने वेनेजुएला के टीवी चैनल से कहा, ऐसा लगता है कि मूलर के शरीर में मांसपेशी नहीं है लेकिन उसने पुर्तगाल की धज्जियां उडा दी. सत्तर के दशक के हीरो गर्ड मूलर जर्मनी के महानतम फुटबालरों में से हैं जिन्होंने 1974 विश्व कप फाइनल में नीदरलैंड के खिलाफ विजयी गोल दागकर खेल को अलविदा कहा था. उन्होंने अपने कैरियर में 62 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 68 गोल किये. वहीं थामस मूलर 50 मैचों में 20 गोल कर चुके हैं.

गर्ड मूलर ने उसके बारे में कहा, यह लड़का काफी तेज है और इसकी तकनीक भी अच्छी है. यह महान खिलाडी बनेगा. अब तक आठ विश्व कप गोल कर चुके मूलर फीफा के वर्ष के सर्वश्रेष्ठ खिलाडी रोनाल्डो की चमक फीकी कर चुके हैं.

जर्मनी के पूर्व कप्तान ओलिवर कान ने कहा, उसकी खेलने की गैर पारंपरिक शैली ही सबसे आकर्षक है. कई बार उसे खुद ही पता नहीं होता कि वह क्या करने जा रहे हैं लेकिन उसे पता है कि उसे कहां भागना है. उन्होंने कहा, उसकी भाग भंगिमा कहती है कि वह विश्व चैम्पियन बनना चाहता है. मूलर विश्व कप 2010 में सर्वाधिक गोल करके गोल्डन बूट और सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ी के पुरस्कार के हकदार बने थे.

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