#HockeyWorldCup2018 : मलेशिया को 5-3 से हराकर जर्मनी क्वार्टर फाइनल में
भुवनेश्वर : ओलंपिक कांस्य पदकधारी जर्मनी ने जीत की लय कायम रखते हुए रविवार को यहां कड़े मुकाबले में मलेशिया को 5-3 से हराकर पूल डी में शीर्ष स्थान हासिल किया और सीधे पुरुष हॉकी विश्व कप के क्वार्टरफाइनल में जगह बनायी. जर्मनी पूल के तीन मुकाबलों में नौ अंक लेकर पहले स्थान पर रहा. […]
भुवनेश्वर : ओलंपिक कांस्य पदकधारी जर्मनी ने जीत की लय कायम रखते हुए रविवार को यहां कड़े मुकाबले में मलेशिया को 5-3 से हराकर पूल डी में शीर्ष स्थान हासिल किया और सीधे पुरुष हॉकी विश्व कप के क्वार्टरफाइनल में जगह बनायी.
जर्मनी पूल के तीन मुकाबलों में नौ अंक लेकर पहले स्थान पर रहा. दुनिया की छठे नंबर की टीम जर्मनी के लिये टिम हर्जब्रुच ने दूसरे और 59वें मिनट में और क्रिस्टोफर रूहर ने 14वें और 18वें मिनट में दो-दो गोल दागे जबकि मार्को मिल्टकाऊ ने 39वें मिनट में गोल किया.
मलेशिया के लिये सभी तीनों गोल पेनल्टी कार्नर से आये, जिसमें राजी रहीम ने 26वें और 42वें मिनट में तथा नबील नूर ने 28वें मिनट में गोल किया. इस जीत से जर्मनी की टीम दो बार की चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया, ओलंपिक चैम्पियन अर्जेंटीना और मेजबान भारत के साथ क्वार्टरफाइनल में पहुंच गयी.
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एशियाई खेलों की रजत पदकधारी मलेशिया की टीम टूर्नामेंट से बाहर हो गयी, क्योंकि वह पूल डी में महज एक अंक लेकर खराब गोल अंतर से अंतिम स्थान पर रही. अब कोई चमत्कार ही मलेशिया को बचा सकता, अगर नीदरलैंड की टीम पाकिस्तान को कम से कम आठ गोल या इससे ज्यादा अंतर से हरा दे.
दोनों टीमों को मैच में मौके मिले, लेकिन जर्मनी की टीम गोल करने में माहिर निकली. जर्मनी ने हर्जब्रुच और रूहर की बदौलत 18 मिनट के अंदर 3-0 से बढ़त बना ली थी, लेकिन मलेशियाई टीम ने शानदार वापसी की और 28वें मिनट में रहीम और नूर के गोल की सहायता से अंतर 2-3 कर दिया.
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जर्मनी की टीम ने मलेशियाई डिफेंस की गलतियों का फायदा उठाया, मिल्टकाऊ ने 39वें मिनट में निकलस वालेन के बेहतरीन प्रयास को गोल में बदला. मलेशिया ने हालांकि हार नहीं मानी और रहीम के पेनल्टी कार्नर पर किये गये गोल से अंतर 3-4 कर दिया.पर अंत में जर्मनी का दबदबा जारी रहा जब मिल्टकाऊ ने सीटी बजने से महज एक मिनट पहले जवाबी हमले में गोल दागा और मलेशिया की वापसी की उम्मीदों को करारा झटका दिया. मलेशिया को मैच के दौरान आठ पेनल्टी कार्नर जबकि जर्मनी को सात पेनल्टी कार्नर मिले.