भुवनेश्वर : पुरुष हॉकी विश्व कप में पाकिस्तान को अपने अंतिम मुकाबले में नीदरलैंड से 1-5 से हार का मुंह देखना पड़ा, लेकिन पाकिस्तान ने इसके बावजूद क्रास ओवर दौर के लिये क्वालीफाई किया.
जर्मनी की टीम तीन मैचों में नौ अंक से शीर्ष पर रही. नीदरलैंड छह अंक से दूसरे स्थान पर जबकि पाकिस्तान एक अंक लेकर तीसरे स्थान पर रहा. मलेशिया का भी एक अंक था, लेकिन एशियाई खेलों की रजत पदकधारी टीम खराब गोल अंतर के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गयी.
टूर्नामेंट के प्रारूप के अनुसार चार पूल से शीर्ष पर रहने वाली टीमें सीधे क्वार्टरफाइनल के लिये क्वालीफाई करेगी, जबकि दूसरे और तीसरे स्थान की टीमें क्रास ओवर मैच खेलकर अंतिम आठ के बाकी चार स्थान हासिल करेंगी. इस जीत से जर्मनी की टीम दो बार की चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया, ओलंपिक चैम्पियन अर्जेंटीना और मेजबान भारत के साथ क्वार्टरफाइनल में पहुंच गयी.
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सोमवार को क्रास ओवर मैच में इंग्लैंड का सामना न्यूजीलैंड से जबकि फ्रांस की भिड़ंत चीन से होगी, जबकि बेल्जियम की टीम मंगलावार को पाकिस्तान से और नीदरलैंड की टीम कनाडा से भिड़ेगी. नीदरलैंड के लिये थिएरी ब्रिंकमैन (सातवें मिनट), वालेंटिन वर्गा (27वें मिनट), बॉब डि वूग्ड (37वें मिनट), जोरिट क्रून (47वें मिनट) और मिंक वान डर वीर्डन (59वें मिनट) ने गोल किये. वहीं पाकिस्तान के लिये एकमात्र गोल उमर भुट्टा ने नौंवे मिनट में किया.
पाकिस्तान की टीम कभी भी एकजुट नहीं दिखी. अपने से ऊंची रैंकिंग की प्रतिद्वंद्वी टीम के खिलाफ वह ज्यादातर समय जवाबी हमलों पर निर्भर दिखी, लेकिन टर्फ पर दोनों टीमों के बीच अंतर साफ देखा जा सकता था. दुनिया की चौथे नंबर की टीम नीदरलैंड ने चौथे ही मिनट में पेनल्टी कार्नर हासिल कर अच्छी शुरुआत की, हालांकि वे इसका फायदा नहीं उठा पाये.
तीन मिनट बाद ब्रिंकमैन ने नीदलैंड को बढ़त दिलायी. पाकिस्तान ने हालांकि वापसी करते हुए लगातार तीन पेनल्टी कार्नर हासिल किये, जिसमें से अंतिम में भुट्टा ने रिबाउंड से गोल किया. दूसरे क्वार्टर में दोनों टीमों ने पेनल्टी कार्नर पर प्रयास किये, पर गोल करने में कामयाब नहीं हो सकीं.
हाफ टाइम से तीन मिनट पहले नीदरलैंड ने वर्गा के शानदार मैदानी गोल की बदौलत बढ़त हासिल की. उसने 37वें मिनट में डि वूग्ड के जेरोएन हट्जबर्गर के पास पर किये गोल से इसे और बढ़ा लिया. नीदरलैंड ने हमले जारी रखे और तेजी से दो पेनल्टी कार्नर भी हासिल किये जिसमें से एक में जोरिट क्रून ने स्कोर 4-1 कर मैच यूरोपीय टीम के पक्ष में कर दिया. मैच समाप्त होने से पहले वान डर वीर्डन ने पेनल्टी कार्नर को गोल में बदलकर स्कोर में इजाफा किया.