झारखंडी तान पर थिरकीं ओलिंपिक मेडलिस्ट मैरीकॉम, देखें वीडियो

रांची :सिल्ली स्टेडियम में तीन दिवसीय गूंज महोत्सव-2018 में हिस्सा लेने के लिए मंगलवार को ओलिंपिक मेडलिस्ट मैरीकॉम रांची पहुंची. यहां उन्हें झारखंडी तान पर डांस करते देखा गया. दरअसल, उनके स्वागत में झारखंडी नृत्य का आयोजन किया गया था जिसमें मैरीकॉम ने डांस करती महिलाओं का हाथ पकड़ा और जमकर थिरकीं. VIDEO इस कार्यक्रम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 19, 2018 10:57 AM

रांची :सिल्ली स्टेडियम में तीन दिवसीय गूंज महोत्सव-2018 में हिस्सा लेने के लिए मंगलवार को ओलिंपिक मेडलिस्ट मैरीकॉम रांची पहुंची. यहां उन्हें झारखंडी तान पर डांस करते देखा गया. दरअसल, उनके स्वागत में झारखंडी नृत्य का आयोजन किया गया था जिसमें मैरीकॉम ने डांस करती महिलाओं का हाथ पकड़ा और जमकर थिरकीं.

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इस कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि मेरा बस एक ही सपना है और वो है ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जीतना. इसके लिए मैं 2020 में टोक्यो में होनेवाले अगले ओलिंपिक की तैयारी में जुट गयी हूं. मैं अपने लक्ष्य को फोकस करके तैयारी कर रही हूं.

सिल्ली स्टेडियम में तीन दिवसीय गूंज महोत्सव-2018 मंगलवार से प्रारंभ हुआ. इसके तहत पहले दिन महिला महोत्सव का उद्घाटन ओलिंपियन व वर्ल्ड चैंपियन बॉक्सर एमसी मैरीकॉम ने किया. उन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी खेल में पदक जीतना काफी कठिन है. लेकिन ठान लो, तो कठिनाइयां अपने आप दूर होने लगती हैं. मेहनत से कुछ भी हासिल किया जा सकता है. मैरीकॉम ने कहा कि वह एक बेहद गरीब परिवार की बेटी थीं. उन्होंने काफी अभावों के बीच खेलना शुरू किया. लेकिन जीतने की जिद के साथ लगन व मेहनत से उन्होंने सफलता हासिल की. उनका सपना ओलिंपिक में देश के लिए गोल्ड मेडल जीतने का है. मैरीकॉम ने गांव की सामान्य लड़कियों की पीड़ा का बयान करते हुए कहा कि आमतौर पर शादी के बाद लड़कियों के सपने व अरमान चूर हो जाते हैं. लेकिन दृढ़ इच्छाशक्ति व मेहनत के बल पर उन सपनों को पूरा किया जा सकता है.

मैरीकॉम ने बिरसा मुंडा तीरंदाजी केंद्र की अध्यक्ष नेहा महतो व सुदेश कुमार महतो के प्रयास की सराहना की. कहा कि सुदेश महतो तीरंदाजी केंद्र खोल कर गांव के होनहारों को प्रदर्शन का बेहतर मौका दे रहे हैं. इसी केंद्र की मधुमिता ने विश्व में देश का गौरव बढ़ाया है. यह कोई आसान काम नहीं है. देश में सुदेश महतो जैसे खेल प्रेमी और होने चाहिए. जिससे खिलाड़ियों का हौसला बढ़ सके. समारोह में स्व विनोद बिहारी महतो के पुत्र टुंडी विधायक राजकिशोर महतो ने कहा कि उनके पिता झारखंड आंदोलन के प्रणेता थे. गूंज महोत्सव के माध्यम से लोक कलाकारों को ऊर्जा मिलती है. इससे पूर्व मैरीकॉम व अन्य अतिथियों का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया.

कार्यक्रम की अध्यक्षता सुदेश कुमार महतो ने की. संचालन मीनाक्षी ने किया. मौके पर पूर्व मंत्री उमाकांत रजक, जिप अध्यक्ष सुकरा मुंडा, डॉ देवशरण भगत, हरिनारायण सिंह, जयपाल सिंह, जिप सदस्य वीणा देवी, गौतम साहू, सुशील महतो, नेहा महतो सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे. उद्घाटन समारोह में गुमला से आयी सुषमा नाग व टीम तथा कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय सिल्ली की छात्राओं ने झारखंड की संस्कृति पर आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत किये.

मैरीकॉम ने टूटी-फूटी हिंदी में किया बेहतर संवाद
मैरीकॉम ने अपने संबोधन से पूर्व झारखंड आंदोलन के प्रणेता विनोद बिहारी महतो की प्रतिमा को नमन किया. इसके बाद पहले ही अपनी टूटी-फूटी हिंदी के लिए क्षमा मांग ली. उन्होंने संबोधन के दौरान हिंदी के बेहतर उच्चारण की पूरी कोशिश की. ऐसे में ही वह कई गूढ़ बातें बता गयीं. उन्होंने अपने संबोधन में महिलाओं व बच्चियों में जोश भरने का काम किया. उनकी हर बात पर तालियां बजती रही.

ठान लो, तो कठिनाइयां अपने आप दूर होने लगती हैं
-बेहद गरीब परिवार की बेटी थी. अभावों के बीच खेलना शुरू किया, लेकिन जीतने की जिद व मेहनत से सफलता मिलती गयी.
-बिरसा मुंडा तीरंदाजी केंद्र की अध्यक्ष नेहा महतो व सुदेश महतो के प्रयास की सराहना की. कहा, गांव के होनहारों को प्रदर्शन का दे रहे बेहतर मौका

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