नयी दिल्ली : भारतीय डेविस कप टीम अगर विश्व ग्रुप फाइनल्स में जगह बनाने में नाकाम रहती है तो राष्ट्रीय टेनिस महासंघ बतौर कप्तान महेश भूपति के अनुबंध का नवीनीकरण नहीं करेगा.
भारत का सामना इटली जैसी मजबूत टीम से है. अभी तक भारतीय टीम ने सिर्फ एक बार 1985 में इटली को हराया है. इस मुकाबले के विजेता को नवंबर में मैड्रिड में होने वाले पहले विश्व ग्रुप फाइनल्स में खेलने का मौका मिलेगा.
समझा जाता है कि अखिल भारतीय टेनिस महासंघ नये कप्तान की तलाश में है. भारत अगर एशिया ओशियाना समूह में ही रह जाता है तो भूपति का कार्यकाल खत्म हो जायेगा. एआईटीए के एक सूत्र ने कहा, अगर नतीजे अनुकूल नहीं आते हैं तो महेश के लिये कप्तान बने रहना मुश्किल होगा.
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क्षेत्रीय मैच अगले साल ही होंगे तो एआईटीए के पास नये कप्तान पर सोचने के लिये समय होगा. यह भी देखना है कि भूपति खुद भी कप्तान बने रहना चाहते हैं या नहीं. भूपति अप्रैल 2017 में आनंद अमृतराज की जगह कप्तान बने थे. भूपति की कप्तानी में यह पांचवां मुकाबला होगा. उनके मार्गदर्शन में भारत दो बार विश्व ग्रुप प्लेऑफ में पहुंचा. वहीं सितंबर 2017 में कनाडा से और सितंबर 2018 में सर्बिया से हार गया.