क्रिकेट कानूनों के संरक्षक क्लब ने भी अश्विन के मांकड़िंग को खेल भावना के विरुद्ध बताया
लंदन : क्रिकेट कानूनों का संरक्षक माने जाने वाले मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान आर अश्विन द्वारा राजस्थान रायल्स के जोस बटलर को आईपीएल के मैच में मांकड़िंग मामले की समीक्षा किए जाने के बाद अपने रूख में बदलाव करते हुए इसे खेल भावना के खिलाफ बताया. एमसीसी ने इससे […]
लंदन : क्रिकेट कानूनों का संरक्षक माने जाने वाले मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान आर अश्विन द्वारा राजस्थान रायल्स के जोस बटलर को आईपीएल के मैच में मांकड़िंग मामले की समीक्षा किए जाने के बाद अपने रूख में बदलाव करते हुए इसे खेल भावना के खिलाफ बताया.
एमसीसी ने इससे पहले बटलर को रन आउट करने के तरीके पर भारतीय खिलाड़ी का समर्थन किया था लेकिन एक दिन बाद उसने इस मामले में अपना रूख बदल दिया. अश्विन ने सोमवार को आईपीएल के मैच में दूसरे छोर पर खड़े बटलर को रन आउट किया जबकि इससे पहले उन्हें चेतावनी भी नहीं दी. ब्रिटिश समाचार पत्रों के मुताबिक एमसीसी के विधि प्रबंधक फ्रेजर स्टीवर्ट ने यहां कहा, ‘‘ मामले की समीक्षा करने के बाद हमें नहीं लगता कि यह खेल भावना के तहत था. हमारा मानना है कि अश्विन ने क्रीज पर पहुंचने और ठहराव के बीच ज्यादा समय लिया था. ऐसे में बल्लेबाज उम्मीद करता है कि गेंद फेंक दी गयी है.
बटलर ने ऐसा ही सोचा होगा कि गेंद फेंक दी गयी है और वह अपने क्षेत्र में था.’ इससे पहले एमसीसी ने मंगलवार को कहा था, ‘‘ यह क्रिकेट के नियमों में कहीं नहीं है कि दूसरे छोर पर खड़े बल्लेबाज को चेतावनी दी जाये. यह क्रिकेट की खेल भावना के खिलाफ है कि दूसरे छोर पर खड़ा बल्लेबाल क्रीज से बाहर निकले जिससे उसे इसका फायदा मिलेगा.’