55 साल बाद डेविस कप के लिये पाकिस्तान जायेगी भारतीय टेनिस टीम
नयी दिल्ली: ऑल इंडिया टेनिस एसोसिएशन ने डेविस कप के लिये भारतीय टीम को पाकिस्तान भेजने का फैसला किया है. एसोसिएशन के महासचिव हिरनमॉय चटर्जी ने एएनआई से बातचीत में कहा कि ये कोई द्विपक्षीय श्रृंखला नहीं है बल्कि टेनिस जगत में विश्व कप की तरह है. उऩ्होंने कहा कि इसलिये हमें किसी भी मोर्चे […]
नयी दिल्ली: ऑल इंडिया टेनिस एसोसिएशन ने डेविस कप के लिये भारतीय टीम को पाकिस्तान भेजने का फैसला किया है. एसोसिएशन के महासचिव हिरनमॉय चटर्जी ने एएनआई से बातचीत में कहा कि ये कोई द्विपक्षीय श्रृंखला नहीं है बल्कि टेनिस जगत में विश्व कप की तरह है. उऩ्होंने कहा कि इसलिये हमें किसी भी मोर्चे पर इसको लेकर कोई शर्मिंदगी नहीं है.
All India Tennis Association (AITA) Secretary General Hironmoy Chatterjee to ANI: Yes our team is going(to Pakistan for Davis Cup).It is like world cup of tennis and not a bilateral series, so there is no embargo on any front. Its a world event,we have to abide by Olympic charter pic.twitter.com/PDcCPf7ea3
— ANI (@ANI) July 28, 2019
ऑल इंडिया टेनिस एसोसिएशन के महासचिव ने कहा कि ये विश्व स्तरीय प्रतियोगिता है और हमें ओलंपिक चार्टर का पालन करना होगा.
पाकिस्तान स्पोर्टस कॉम्पलेक्स में होगा मुकाबला
बता दें कि डेविस कप का मुकाबला आगामी 14 और 15 सितंबर को इस्लामाबाद के पाकिस्तान स्पोर्टस कॉम्पलेक्स में खेला जायेगा जिसके लिये भारतीय डेविस कप टीम के कप्तान महेश भूपति हैं. जानकारी के मुताबिक इस आयोजन के सिंगल्स मुकाबले में भारत के तीन शीर्ष सिंगल्स प्लेयर प्रजनेश गुन्नेस्वरण, रामकुमार रामनाथन और सुमित नागपाल खेलेंगे वहीं डबल्स मुकाबले में भारत के दो विशेषज्ञ खिलाड़ी रोहन बोपन्ना और दिविज शरन भाग लेंगे. इस मुकाबले का जो भी विजेता होगा वो अगले साल होने वाले वर्ल्ड ग्रुप प्ले ऑक्स में जगह बना पायेगा.
मुंबई आतंकी हमलों के बाद से प्रभावित है स्पोर्टस
गौरतलब है कि 2008 को मुबंई में हुये आतंकी हमले के बाद से ही भारत पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय संबंधों में भारी कड़वाहट है जिसका असर खेलों पर भी पड़ा है. भारतीय क्रिकेट टीम ने आखिरी बार साल 2007 में पाकिस्तान का दौरा किया था. इसके बाद साल 2009 में एक उम्मीद जगी थी जब पाकिस्तान की टीम ने भारत का दौरा किया था और तीन एकदिवसीय मुकाबले खेले थे. पाकिस्तान की एथलेटिक्स टीम हालांकि भारत का दौरा करती रही है लेकिन भारत ने इस पर कड़ा रूख अपनाया हुया है.
इस साल की शुरुआत में भारत ने पाकिस्तान के निशानेबाजों को विजा जारी करने से इंकार कर दिया था जिसके बाद किसी भी तरह की खेल प्रतियोगिता की मेजबानी के लिये भारत पर खतरा मंडराने लगा था.
खेल मंत्रालय ने एसोसिएशन पर छोड़ा निर्णय
जहां तक डेविस कप टेनिस प्रतियोगिता की बात है तो केंद्रीय खेल मंत्रालय ने ये साफ कर दिया था कि प्रतियोगिता में हिस्सा लेना या नहीं लेना पूरी तरह से ऑल इंडिया टेनिस एसोसिएशन पर निर्भर करता है. अब महासचिव ने घोषणा कर दी है कि भारत इस इवेंट में हिस्सा लेगा.