भुवनेश्वर : भारतीय महिला हाॅकी टीम ने ओलिंपिक क्वालीफाई करने की ओर मजबूत कदम बढ़ाते हुए शुक्रवार को यहां दो मैचों के एफआईएच क्वालीफायर के पहले चरण में अमेरिका पर 5-1 की आसान जीत दर्ज की.
इस मुकाबले के करीबी होने की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन भारतीय महिला टीम ने कलिंगा स्टेडियम में दर्शकों की हौसला अफजाई के बीच अमेरिका की चुनौती का आसानी से ध्वस्त कर दिया. भारत की ओर से ड्रैगफ्लिकर गुरजीत कौर (42वें और 51वें मिनट) ने दो, जबकि लिलिमा मिंज (28वें मिनट), शर्मिला देवी (40वें मिनट) और नवनीत कौर (46वें मिनट) ने एक-एक गोल दागा. अमेरिका की ओर से एकमात्र गोल पेनल्टी स्ट्रोक पर 54वें मिनट में एरिन मेटसन ने किया. दुनिया की नौवें नंबर की टीम भारत को अब तोक्यो ओलिंपिक 2020 का टिकट कटाने के लिए शनिवार को दूसरे और अंतिम चरण में अपने चार गोल की फायदे की स्थिति का बचाव करना होगा.
भारतीय टीम ने शुरू से ही अमेरिकी टीम पर दबाव बनाया, लेकिन स्पष्ट मौके बनाने में नाकाम रही. अमेरिका को सातवें मिनट में गोल करने का मौका मिला, लेकिन एलिसा पार्कर शाट बाहर मार गयी, जबकि उन्हें सिर्फ गोलकीपर सविता को छकाना था. दूसरे क्वार्टर के पहले ही मिनट में भारत को मौका मिला, लेकिन शर्मिला इसे गोल में बदलने में नाकाम रहीं. भारत ने इसके बाद लगातार हमले किये. गोलकीपर सविता ने इस बीच लारेन मोयेर के प्रयास को विफल किया. भारत को पहला पेनल्टी कार्नर मिला, लेकिन गुरजीत कौर इसे गोल में नहीं बदल सकीं. अमेरिका ने भी पलटवार किया जिससे उसने पेनल्टी कार्नर हासिल किया, लेकिन कप्तान कैथलीन शार्की गोल नहीं कर सकीं.
मेहमान टीम का दूसरा पेनल्टी कार्नर भी बेकार गया. इसके एक मिनट बाद सुशील चानू के शाट को अमेरिका की गोलकीपर ने रोका, लेकिन रिबाउंड पर भारत को दूसरा पेनल्टी कार्नर और फिर तीसरा पेनल्टी कार्नर मिला. सुशील पेनल्टी कार्नर पर पुश को रोकने में नाकाम रहीं, लेकिन लिलिमा ने गेंद को कब्जे में लेते हुए गोल के अंदर पहुंचाकर भारत को बढ़त दिला दी. भारत ने तीसरे क्वार्टर में दबदबा बनाये रखा तथा दो और गोल दागते हुए 3-0 की बढ़त बना ली. गोल गुरजीत और शर्मिला ने दागे. चौथे क्वार्टर की शुरुआत के 30 सेकेंड के भीतर भारत ने 4-0 की बढ़त बना ली. सलीता टेटे के पास पर नवनीत ने गोल दागा. गुरजीत ने 51वें मिनट में एक और गोल दागकर भारत को 5-0 से आगे किया. मेटसन ने इसके बाद पेनल्टी स्ट्रोक को गोल में बदलकर भारत की जीत के अंतर को कम किया.
भारतीय कोच सोर्ड मारिन कुछ मौकों को छोड़कर टीम के प्रयास से संतुष्ट दिखे. उन्होंने कहा, आज हमने मौकों का काफी अच्छी तरह फायदा उठाया. आपने देखा कि हम अपनी क्षमता के अनुसार खेले. हम बेहद प्रभावी थे. मारिन ने कहा, शार्मिला और सलीमा की गति शानदार थी जो सिर्फ 17 और 18 साल की हैं. मारिन ने हालांकि कहा कि 5-1 की जीत के बावजूद उनकी टीम के लिए ओलिंपिक टिकट अभी पक्का नहीं हुआ है.