भुवनेश्वर : भारतीय पुरुष हाकी टीम शुक्रवार को यहां दो मैचों के हाॅकी ओलिंपिक क्वालीफायर के पहले मैच में रूस की कमजोर मानी जाने वाली टीम के खिलाफ उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सकी, लेकिन इसके बावजूद मेजबान टीम ने मनदीप सिंह के दो गोल की बदौलत 4-2 से जीत दर्ज की.
मनदीप ने 24वें और 53वें मिनट में दो मैदानी गोल दागे, जबकि हरमनप्रीत सिंह (पांचवें मिनट) और एसवी सुनील (48वें मिनट) ने भी भारत की ओर से एक-एक गोल किया. दोनों टीमों के स्तर और विश्व रैंकिंग में बड़े अंतर के कारण एकतरफा मुकाबले की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन दुनिया की 22वें नंबर की रूस की टीम ने अपने जुझारू खेल से मेजबान टीम को हैरान किया और हार के अंतर को सिर्फ दो गोल तक सीमित रखा. दुनिया की पांचवें नंबर की टीम भारत शनिवार को होने वाले दूसरे चरण के मुकाबले को हल्के में नहीं ले सकती क्योंकि रूस ने दिखा दिया है कि उनकी टीम उलटफेर करने में सक्षम है. दोनों मैचों के कुल स्कोर के आधार पर जीत दर्ज करने वाली टीम तोक्यो ओलिंपिक खेल 2020 के लिए क्वालीफाई करेगी.
मैच की शुरुआत काफी तेज हुई. तीसरे ही मिनट में रूस के पावेल गोलुबेव के प्रयास को भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने नाकाम किया. दो मिनट बाद रूस के गोलकीपर मरात गफारोव ने भारतीय कप्तान मनप्रीत सिंह के शाट को रोका, लेकिन इसके बाद उनके खिलाफ फाउल हुआ. मेजबान टीम ने वीडियो रैफरल का सहारा लिया जिससे टीम को पेनल्टी स्ट्रोक मिला जिसे हरमनप्रीत ने गोल में बदला. रूस को इसके बाद पेनल्टी कार्नर मिला, लेकिन टीम गोल नहीं दाग सकी. दूसरे क्वार्टर के दूसरे मिनट में रूस ने आंद्रे कुरेव के मैदानी गोल से बराबरी हासिल करके सबको हैरान कर दिया.
कुछ मिनटों बाद सर्गेई लेपेशकिन रूस को बढ़त दिलाने के करीब पहुंचे, लेकिन मामूली अंतर से गोल करने से चूक गये. मनदीप ने 24वें मिनट में मैदानी गोल दागकर भारत को फिर 2-1 से आगे कर दिया. भारत को मध्यांतर से ठीक पहले अपना पहला पेनल्टी कार्नर मिला, लेकिन हरमनप्रीत के प्रयास को गफारोव ने आसानी से विफल कर दिया. रूस ने तीसरे क्वार्टर की शुरुआत में दो अच्छे मूव बनाये, लेकिन टीम बराबरी हासिल नहीं कर पायी. तीसरे क्वार्टर के बाद मेजबान टीम 2-1 से आगे थी. सुनील ने 48वें मिनट में भारत को 3-1 से आगे किया, जबकि 53वें मिनट में मनदीप ने एक और गोल दागकर मेजबान टीम की बढ़त को 4-1 कर दिया. सेमेन मातकोवस्की ने अंतिम लम्हों में पेनल्टी कार्नर पर गोल दागकर रूस के हार के अंतर को कम किया.