नयी दिल्ली: भारत की 14 वर्षीय महिला निशानेबाज ईशा सिंह ने कतर की राजधानी दोहा में आयोजित एशियन शूटिंग चैंपियनशिप के 10 मीटर एयर पिस्टल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक अपने नाम किया. हैदराबाद की रहने वाली ईशा सिंह ने फाइनल मुकाबले में 242.2 अंक हासिल करते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया. कोरिआ की ह्यो जेओंग ने 237.3 अंक के साथ रजत पदक जीता वहीं भारत की ही प्रिया राघव ने 217.6 अंक हासिल कर इस स्पर्धा का कांस्य पदक जीता.
Telangana: Esha Singh, a 14-year-old from Hyderabad bagged 3 golds at 14th Asian Shooting Championship held in Doha, Qatar. She says, "I started shooting at the age of 9. I trained very hard, it takes a lot of dedication to do it. My aim is to win a gold at 2022 Youth Olympics" pic.twitter.com/Ez1ShWwrLN
— ANI (@ANI) November 15, 2019
तीन गोल्ड मेडल जीती हैं ईशा सिंह
बता दें कि ईशा सिंह श्रवण बाधित हैं यानी कि वो सुन नहीं सकतीं. इसके बावजूद निशानेबाजी में शानदार प्रदर्शन कर उन्होंने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है. गौरतलब है कि ईशा सिंह ने दोहा में 10 मीटर एयर पिस्टल में गोल्ड सहित अलग-अलग स्पर्धाओं में तीन गोल्ड मेडल जीते हैं. देश भर से अलग-अलग हस्तियों ने ईशा सिंह को उनकी उपलब्धि पर बधाई दी है.
शत्रुघ्न सिन्हा ने दी शुभकामनाएं
अभिनेता और कांग्रेस के नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने ईशा सिंह को बधाई देते हुए लिखा कि वाकई, ये गजब है. बहुत बधाई. उन्होंने कहा कि एक इवेंट में तीन स्वर्ण पदक जीतना अविश्वसनीय है वो भी तब, जब वो श्रवण बाधित हैं. शत्रुघ्न सिन्हा ने लिखा कि हम सब आपकी उपलब्धियों पर गर्व करते हैं और आपको ढेर सारी शुभकामनाएं देते हैं.
Outstanding! Amazing! Many Congrats ! #DanushSrikanth, who makes an incredible debut in an Int’l event. He is the 1st shooter with hearing impairment to win 3 gold medals at an open int’l meet.
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) November 13, 2019
अगला लक्ष्य ओलंपिक पदक है
अपनी इस उपलब्धि पर खुश 14 साल की ईशा सिंह ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा मैंने महज 9 साल की उम्र में शूटिंग शुरू कर दी थी. मैनें काफी मेहनत की है. उनका कहना है कि, इसे करने के लिए बहुत समर्पण चाहिए. ईशा सिंह ने बताया कि उनका अगला लक्ष्य 2022 के यूथ ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतना है. ईशा सिंह का कहना है कि उन्होंने काफी समर्पण के साथ अपने लक्ष्य पर ध्यान दिया.
उन्होंने कहा कि मैंने इन सालों में किसी भी सामाजिक कार्य में हिस्सा नहीं लिया. कोई फिल्म नहीं देखी और ना ही कहीं घूमने गयी हूं. उन्होंने कहा कि उन्होंने शादी, जन्मदिन पार्टी और त्योहार जैसे पारिवारिक समारोहों में भी हिस्सा नहीं लिया. काफी कुछ मिस किया लेकिन खुश हूं कि इसकी बदौलत ये उपलब्धि मिली.
वहीं महाराष्ट्र से आने वाले ईशा के कोच सुंंदर घाटे का कहना है कि मैं पिछले 04 साल से उसे ट्रेनिंग दे रहा हूं. इन सालों में उसने मुझे शिकायत का एक भी मौका नहीं दिया. सुंदर का कहना है कि ईशा शूटिंग को लेकर काफी समर्पित हैं.