निशानेबाजी: 14 साल की ईशा सिंह ने एशियन शूटिंग चैंपियनशिप में जीता 3 गोल्ड मेडल, अगला लक्ष्य ओलंपिक

नयी दिल्ली: भारत की 14 वर्षीय महिला निशानेबाज ईशा सिंह ने कतर की राजधानी दोहा में आयोजित एशियन शूटिंग चैंपियनशिप के 10 मीटर एयर पिस्टल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक अपने नाम किया. हैदराबाद की रहने वाली ईशा सिंह ने फाइनल मुकाबले में 242.2 अंक हासिल करते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया. कोरिआ की ह्यो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 15, 2019 8:48 AM

नयी दिल्ली: भारत की 14 वर्षीय महिला निशानेबाज ईशा सिंह ने कतर की राजधानी दोहा में आयोजित एशियन शूटिंग चैंपियनशिप के 10 मीटर एयर पिस्टल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक अपने नाम किया. हैदराबाद की रहने वाली ईशा सिंह ने फाइनल मुकाबले में 242.2 अंक हासिल करते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया. कोरिआ की ह्यो जेओंग ने 237.3 अंक के साथ रजत पदक जीता वहीं भारत की ही प्रिया राघव ने 217.6 अंक हासिल कर इस स्पर्धा का कांस्य पदक जीता.

तीन गोल्ड मेडल जीती हैं ईशा सिंह

बता दें कि ईशा सिंह श्रवण बाधित हैं यानी कि वो सुन नहीं सकतीं. इसके बावजूद निशानेबाजी में शानदार प्रदर्शन कर उन्होंने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है. गौरतलब है कि ईशा सिंह ने दोहा में 10 मीटर एयर पिस्टल में गोल्ड सहित अलग-अलग स्पर्धाओं में तीन गोल्ड मेडल जीते हैं. देश भर से अलग-अलग हस्तियों ने ईशा सिंह को उनकी उपलब्धि पर बधाई दी है.

शत्रुघ्न सिन्हा ने दी शुभकामनाएं

अभिनेता और कांग्रेस के नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने ईशा सिंह को बधाई देते हुए लिखा कि वाकई, ये गजब है. बहुत बधाई. उन्होंने कहा कि एक इवेंट में तीन स्वर्ण पदक जीतना अविश्वसनीय है वो भी तब, जब वो श्रवण बाधित हैं. शत्रुघ्न सिन्हा ने लिखा कि हम सब आपकी उपलब्धियों पर गर्व करते हैं और आपको ढेर सारी शुभकामनाएं देते हैं.

अगला लक्ष्य ओलंपिक पदक है

अपनी इस उपलब्धि पर खुश 14 साल की ईशा सिंह ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा मैंने महज 9 साल की उम्र में शूटिंग शुरू कर दी थी. मैनें काफी मेहनत की है. उनका कहना है कि, इसे करने के लिए बहुत समर्पण चाहिए. ईशा सिंह ने बताया कि उनका अगला लक्ष्य 2022 के यूथ ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतना है. ईशा सिंह का कहना है कि उन्होंने काफी समर्पण के साथ अपने लक्ष्य पर ध्यान दिया.

उन्होंने कहा कि मैंने इन सालों में किसी भी सामाजिक कार्य में हिस्सा नहीं लिया. कोई फिल्म नहीं देखी और ना ही कहीं घूमने गयी हूं. उन्होंने कहा कि उन्होंने शादी, जन्मदिन पार्टी और त्योहार जैसे पारिवारिक समारोहों में भी हिस्सा नहीं लिया. काफी कुछ मिस किया लेकिन खुश हूं कि इसकी बदौलत ये उपलब्धि मिली.

वहीं महाराष्ट्र से आने वाले ईशा के कोच सुंंदर घाटे का कहना है कि मैं पिछले 04 साल से उसे ट्रेनिंग दे रहा हूं. इन सालों में उसने मुझे शिकायत का एक भी मौका नहीं दिया. सुंदर का कहना है कि ईशा शूटिंग को लेकर काफी समर्पित हैं.

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