”छेत्री जैसे खिलाड़ी दशक में एक बार आते हैं”
नयी दिल्ली : करिश्माई भारतीय फुटबॉलर सुनील छेत्री को ‘दशक में एक बार’ आने वाला खिलाड़ी बताते हुए कोच इगोर स्टिमक ने कहा कि अगले पांच वर्षों में वह किसी भी खिलाड़ी को उनकी जगह लेते नहीं देख रहे है. स्टिमक ने शुक्रवार को फेसबुक लाईव कार्यक्रम में कहा कि छेत्री जब संन्यास का फैसला […]
नयी दिल्ली : करिश्माई भारतीय फुटबॉलर सुनील छेत्री को ‘दशक में एक बार’ आने वाला खिलाड़ी बताते हुए कोच इगोर स्टिमक ने कहा कि अगले पांच वर्षों में वह किसी भी खिलाड़ी को उनकी जगह लेते नहीं देख रहे है.
स्टिमक ने शुक्रवार को फेसबुक लाईव कार्यक्रम में कहा कि छेत्री जब संन्यास का फैसला करेंगे तो उनकी कमी को पूरा करने के लिए पूरी टीम को एकजुट होकर खेलना होगा.
स्टिमक ने कहा, ईमानदारी से कहूं तो इस प्रश्न (छेत्री के बाद टीम का क्या होगा) से मुझे उलझन होती है. हमारी टीम में सुनील (छेत्री) है. वह ऐसे खिलाड़ी है जो एक या दो दशक में एक बार आते है, लेकिन फिर भी हर कोई यह पूछता है कि वह खेल का कब अलविदा कह रहे है या उनके संन्यास के बाद टीम का क्या होगा. उन्हें खेल का लुत्फ उठाने दीजिए. हम उन पर दबाव क्यों बना रहे है.
भारतीय कोच ने कहा, उनके पास अभी कई साल (खेलने के लिए) बचे हुए है, वह अपने खेल का लुत्फ उठाते है, वह अब भी गोल कर रहे है. जहां तक उनके संन्यास के बाद की स्थिति का सवाल है तो हमें एक टीम के तौर पर उनकी जगह को भरना होगा. यह किसी एक खिलाड़ी के बारे में नहीं है.
पूरी टीम को जोर लगाना होगा, क्योंकि उनके जैसे खिलाड़ी की जगह लेना काफी मुश्किल है. टीम पर छेत्री के प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर स्टिमक ने कहा, टीम पर उनका गजब का प्रभाव है, लेकिन वह ऐसे खिलाड़ी है जो कभी भी अपनी सीमा को नहीं लंघते है. कोच के लिए यह काफी महत्वपूर्ण है. वह सकारात्मक रहते है और युवा खिलाड़ी को समय के सही इस्तेमाल के बारे में बताते है.