मेलबर्न : भारतीय टेनिस खिलाड़ी प्रजनेश गुणेश्वरन ने शनिवार को ‘लकी लूजर’ के तौर पर ऑस्ट्रेलियाई ओपन के पुरुष एकल के मुख्य ड्रॉ में जगह बनायी और अगर वह पहली बाधा पार करने में सफल रहते हैं तो दूसरे दौर में उनका मुकाबला विश्व के नंबर दो नोवाक जोकोविच से हो सकता है.
प्रजनेश क्वालीफाईंग दौर के अपने अंतिम मैच में लाटविया के अर्नेस्ट गुलबिस से सीधे सेटों में हार गये थे, लेकिन भाग्य के सहारे वह मुख्य ड्रॉ में जगह बनाने में सफल रहे क्योंकि सीधा प्रवेश पाने वाले एक खिलाड़ी ने टूर्नामेंट से हटने का फैसला किया.
बायें हाथ से खेलने वाले प्रजनेश लगातार पांचवीं बार किसी ग्रैंडस्लैम के मुख्य ड्रॉ में खेलेंगे. चेन्नई के इस खिलाड़ी ने पिछले साल क्वालीफायर के जरिये ऑस्ट्रेलियाई ओपन में जगह बनायी थी, लेकिन विंबलडन, फ्रेंच ओपन और यूएस ओपन में बेहतर रैकिंग के आधार पर उन्होंने मुख्य ड्रॉ में स्थान पाया था.
प्रजनेश को शुरू में अच्छा ड्रॉ मिला है. उनका पहला मुकाबला जापान के तात्सुमो इटो से होगा जो भारतीय खिलाड़ी से 22 पायदान नीचे 144वीं रैकिंग पर काबिज हैं. यह इन दोनों के बीच पहला मुकाबला होगा. इससे 30 वर्षीय प्रजनेश को न सिर्फ ग्रैंडस्लैम के मुख्य ड्रॉ में अपना पहला मैच जीतने का मौका मिला है बल्कि इसमें जीत दर्ज करने पर वह सर्बियाई दिग्गज जोकोविच से भी भिड़ सकते हैं.
प्रजनेश ने कहा कि वह पहले दौर से आगे के बारे में नहीं सोच रहे हैं. उन्होंने कहा, मैं बहुत खुश हूं कि मुझे ‘लकी लूजर’ वाली जगह मिली है और अब मैं केवल पहले दौर के मैच के बारे में सोच रहा हूं. मैं इसका अधिक से अधिक फायदा उठाने की कोशिश करूंगा.
इटो अच्छा खिलाड़ी है. वह पहले शीर्ष 100 में रह चुका है और अनुभवी है. मुझे उसे हराने के लिये अच्छा खेलना होगा. पिछले साल यूएस ओपन में सुमित नागल ने दिग्गज रोजर फेडरर के खिलाफ प्रभावशाली प्रदर्शन करके सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा था. नागल और रामकुमार रामनाथन मुख्य ड्रॉ में जगह नहीं बना पाये. ये दोनों क्वालीफायर्स में हार गये थे.