भारतीय भारोत्तोलकों ने किया एशियाड में निराशाजनक शुरुआत

इंचियोन : राष्ट्रमंडल खेलों में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले भारतीय भारोत्तोलकों को एशियाई खेलों के पहले दिन ही आज यहां हार का कडवा घूंट पीना पडा और मैदान पर उतरे तीनों भारतीय अपने अपने वजन वर्गों में निचले स्थानों पर रहे. महिलाओं के 48 किग्रा भार वर्ग में ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 20, 2014 6:50 PM

इंचियोन : राष्ट्रमंडल खेलों में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले भारतीय भारोत्तोलकों को एशियाई खेलों के पहले दिन ही आज यहां हार का कडवा घूंट पीना पडा और मैदान पर उतरे तीनों भारतीय अपने अपने वजन वर्गों में निचले स्थानों पर रहे. महिलाओं के 48 किग्रा भार वर्ग में ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली के संजीता चानू और रजत पदक विजेता सैखोम मीराबाई चानू 13 भारोत्तोलकों के बीच क्रमश: दसवें और नौवें स्थान पर रही.

राष्ट्रमंडल खेलों के एक अन्य स्वर्ण पदक विजेता सुखेन डे पुरुषों के 56 किग्रा भार वर्ग में 14 भारोत्तोलकों के बीच 12वें स्थान पर रहे. उन्हें ग्रुप बी में रखा गया था जहां वह कुल 242 किग्रा (स्नैच में 106 और क्लीन एवं जर्क में 136 किग्रा) भार उठाकर पांचवें स्थान पर रहे थे.

मीराबाई ने स्नैच में 75 किग्रा और क्लीन एवं जर्क में 96 किग्रा भार उठाया. इस तरह से वह कुल 171 किग्रा भार ही उठा पायी. संजीता ने कुल 166 किग्रा (73 और 93 किग्रा) भार उठाया.

कजाखस्तान मार्गरिटा येलसेयेवा ने कुल 194 किग्रा (88 और 106) भार उठाकर कांस्य पदक जीता. इंडोनिशया की श्री वाहयुनी अगस्तियानी (187 किग्रा) ने रजत और उज्बेकिस्तान की तोगोइवा मालियो (187) ने कांस्य पदक जीता. पुरुषों के 56 किग्रा में उत्तर कोरिया के ओम युनचोल ने कुल 298 किग्रा भार उठाकर नये एशियाई रिकार्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता. उन्होंने स्नैच में 128 किग्रा भार उठाया जो विश्व रिकार्ड है. क्लीन एवं जर्क में उन्होंने 170 किग्रा वजन उठाया. वियतनाम के किम तुआ (कुल 294 किग्रा) ने रजत और चीन के वु जिंगबियाओ (288 किग्रा) ने कांस्य पदक जीता.

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