इंचियोन: 17वें एशियाई खेलों भारतीय हॉकी टीम को चीन से शिकस्त मिली है. भारतीय हॉकी टीम ने मौजूदा चैंपियन चीन को कड़ी टक्कर दी लेकिन आखिरी क्षणों में गोल खोने के कारण उसे आज 1-2 से हार का सामना करना पड़ा.
यदि आखिरी क्षणों के गोल को छोड दिया जाए तो भारतीय महिलाओं ने पूरे 60 मिनट तक अपने से मजबूत टीम को बराबर की टक्कर देकर उलटफेर की संभावना जगा दी थी. विश्व में पांचवें नंबर के चीन की तरफ से युदियाओ झाओ ने आखिरी क्षणों में गोल दागकर अपनी टीम को बडी राहत दिलायी.
चीन ने शुरु में थोडा दबदबा बनाया लेकिन विश्व में 13वें नंबर की भारतीय टीम ने जल्द ही लय हासिल कर ली. पहले क्वार्टर में कोई गोल नहीं हुआ. चीन के 19वें मिनट में मीयू लियांग के पेनल्टी कार्नर पर किये गये गोल से बढत बनायी.
लेकिन भारतीय टीम ने इसके चार मिनट बाद बराबरी का गोल दाग दिया. भारत को पेनल्टी स्ट्रोक मिला जिसे जसप्रीत कौर ने गोल में बदला. मध्यांतर तक दोनों टीमें 1-1 से बराबर थी तब तीसरे क्वार्टर में जीवंत मुकाबला देखने को मिला. भारत को इस क्वार्टर में पेनल्टी कार्नर के रुप में गोल करने का पहला मौका मिला जिसमें वह नाकाम रहा. दोनों टीमों के बीच चौथे और आखिरी क्वार्टर में भी जबर्दस्त मुकाबला देखने को मिला.
खेल एशियाड हाकी महिला दो अंतिम खेल के 51वें मिनट में भारतीय गोलकीपर सविता ने पेनल्टी कार्नर पर गोल होने से बचाया. भारतीयों के पास उलटफेर करने का मौका था क्योंकि उसे मैच समाप्त होने से साढे पांच मिनट पहले पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन जसप्रीत का ड्रैग फ्लिक चीनी गोल के उपर से बाहर चला गया.
जब ऐसा लग रहा था कि मैच ड्रा समाप्त होगा तब झाओ ने भारतीय रक्षापंक्ति में सेंध लगायी और 59वें मिनट में सर्किल के पास से करारा शाट जमाकर विजयी गोल दाग दिया.
भारतीय गोलकीपर सविता ने हालांकि शाट को रोकने के लिये भरसक प्रयास किया और उस पर हाथ भी लगाया लेकिन झाओ का शाट इतना ताकतवर था कि वह गोल के अंदर घुस गया जिससे भारतीय खेमे में निराशा छा गयी.
चीन की यह दूसरे मैच में दूसरी जीत है जिससे वह पूल ए में शीर्ष पर पहुंच गया है जबकि भारत दूसरे स्थान पर है.
भारत पूल में अपना आखिरी मैच मलेशिया से शुक्रवार को खेलेगा जबकि चीन का सामना थाईलैंड से होगा.