इंचियोन : भारतीय महिला स्क्वाश टीम आज यहां 17वें एशियाई खेलों में स्वर्ण से चूक गयी और उसे मलेशिया से हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा. टीम को मलेशिया से 0- 2 से पराजय मिली.
दीपिका पल्लीकल और अनाका अलानकामोनी अपने मुकाबले हार गयी जो एक घंटे से जरा ज्यादा देर तक चले.अनाका ने भारत के लिये शुरुआत की, उन्होंने ओडेटे अर्नोल्ड डेलिया से 43 मिनट में 9 – 11 , 10 – 12 , 2 – 11 से हारने से पहले कुछ चुनौती दी.
इसके बाद दीपिका फिर दुनिया की नंबर एक निकोल डेविड से भिडने उतरीं, जिनसे वह इस हफ्ते के शुरु में एकल सेमीफाइनल में पराजित हो गयीं थीं. इस मुकाबले में भी परिणाम नहीं बदला और दीपिका 29 मिनट में 7 – 11 , 6 – 11 , 3 – 11 से हार गयीं.
जोशना चिनप्पा का अंतिम मुकाबला नहीं हुआ जिसका कोई मायने नहीं था और उनकी प्रतिद्वंद्वी वी वर्न लोउ ने इससे हटने का फैसला किया. इस हार के बावजूद यह भारत का एशियाई खेलों की स्क्वाश स्पर्धा में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है जिसमें पुरुषों ने भी टीम स्पर्धा के फाइनल में पहुंचकर कम से कम रजत पदक पक्का कर दिया है.
शीर्ष एकल खिलाडी सौरव घोषाल ने व्यक्तिगत स्पर्धा में ऐतिहासिक रजत पदक हासिल किया था जो एशियाई खेलों के स्क्वाश में पहला पदक था. दीपिका ने महिला एकल में कांस्य पदक जीता था जो भारत का महिला स्क्वाश में पहला पदक था.