एशियाई ओलंपिक परिषद : सुनवाई के बाद सरिता का कांस्य बरकरार

इंचियोन : एशियाई ओलंपिक परिषद ने एशियाई खेलों में भारतीय दल के अधिकारियों के साथ सुनवाई के बाद 60 किलोवर्ग में भारतीय मुक्केबाज एल सरिता देवी का कांस्य पदक बरकरार रखने का फैसला किया. भारतीय दल के प्रमुख आदिले सुमरिवाला ने कहा ,‘‘मै सुबह ओसीए कार्यसमूह के समक्ष सुनवाई के लिये गया था और मैने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 2, 2014 4:55 PM
इंचियोन : एशियाई ओलंपिक परिषद ने एशियाई खेलों में भारतीय दल के अधिकारियों के साथ सुनवाई के बाद 60 किलोवर्ग में भारतीय मुक्केबाज एल सरिता देवी का कांस्य पदक बरकरार रखने का फैसला किया. भारतीय दल के प्रमुख आदिले सुमरिवाला ने कहा ,‘‘मै सुबह ओसीए कार्यसमूह के समक्ष सुनवाई के लिये गया था और मैने पदक समारोह के दौरान हुई घटना पर खेद जताया.’’
उन्होंने कहा ,‘‘ मैने उनसे कहा कि वह सब भावावेग में हुआ था. ओसीए ने सरिता देवी का कांस्य पदक बरकरार रखा है. पदक कल सुबह हम तक पहुंच जायेगा.’’ लाइटवेट महिला मुक्केबाज सरिता 30 सितंबर को हुए सेमीफाइनल में दक्षिण कोरिया की जिना पार्क पर हावी थी लेकिन जजों ने उसके खिलाफ फैसला सुनाया जिससे वह स्वर्ण पदक जीतने के मौके से महरुम हो गई.
सरिता ने पदक वितरण समारोह के दौरान हाथ में पदक लिया और रजत पदक विजेता पार्क के गले में पहनाकर पदक लिये बिना लौट गई. सुमरिवाला ने कहा कि उन्होंने ओसीए की स्वतंत्र पेनल द्वारा उस मुकाबले की समीक्षा की अपील की थी.
उन्होंने कहा ,‘‘ मैने ओसीए की स्वतंत्र पेनल द्वारा सरिता के मुकाबले की समीक्षा के लिये कहा था.’’ अभी भी सरिता पर अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ के प्रतिबंध का खतरा है और सुमरिवाला ने कहा कि उनकी प्राथमिकता ऐसा होने से रोकना है.

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