भारत में फुटबॉल की दिवानगी किसी से छूपी नहीं है. हालांकि भारतीय फुटबॉल टीम अपने अच्छे प्रदर्शन नहीं कर पाने के चलते विश्व फुटबॉल में अपनी पहचान बना पाने में कामयाब नहीं हो सकी है. इसके बाद भी भारत में फुटबॉल की दिवानगी देखने लायक रहती है.
इधर फुटबॉल को प्रमोट करने के ख्याल से इंडियन सुपर लीग की शुरूआत एक अच्छी पहल है. जरजर हो चुकी फुटबॉल में फिर से नयी उर्जा भरने की ओर यह कदम माना जा रहा है. कई दिग्गज खिलाडियों ने इस आयोजन की प्रशंसा की है. जाने -माने भारतीय फुटबॉलर बाईचुंग भूटिया ने इसे फुटबॉल के लिए वरदान माना है. उन्होंने कहा, भारतीय फुटबॉल को वर्तमान में जो चाहिए, हीरो इंडियन सुपर लीग उसे पूरा कर सकती है.
हमारे जमाने में ऐसी कोई लीग नहीं थी, इसलिए भारत में इस खेल को बढ़ावा देने के लिए यह अच्छा विचार है. विश्व फुटबॉल से हम तुलना करें, तो खुद को काफी पीछे पाते हैं. उम्मीद है हीरो आइएसएल युवा फुटबॉलरों को मौके देगी, जिससे वे प्रोत्साहित होंगे, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर के फुटबॉल के लिए वे खुद को तैयार कर सकेंगे.
* सुपर लीग के कार्यक्रम
12 अक्टूबर – एटलेटिको डी कोलकाता और मुंबई सीटी ( सॉल्ट लेक स्टेडियम कोलकाता )
13 अक्टूबर – नॉर्थ-ईस्ट यूनाइटेड और केरला ब्लास्टर्स ( इंदिरा गांधी स्टेडियम, गुवाहाटी )
14 अक्टूबर – दिल्ली डायनमोस और पुणे सिटी ( जेएलएन स्टेडियम, कोच्चि )
15 अक्टूबर – गोवा और चेन्नईन ( जेएलएन स्टेडियम, कोच्चि )
16 अक्टूबर – नॉर्थ-ईस्ट यूनाइटेड और एटलेटिको डी कोलकाता ( इंदिरा गांधी स्टेडियम, गुवाहाटी )
18 अक्टूबर – मुंबई सीटी और पुणे सिटी ( डीवाई पाटील, मुंबई )
19 अक्टूबर – एटलेटिको डी कोलकाता और दिल्ली डायनमोस ( सॉल्ट लेक स्टेडियम कोलकाता )
19 अक्टूबर – नॉर्थ-ईस्ट यूनाइटेड और गोवा ( इंदिरा गांधी स्टेडियम, गुवाहाटी )
21 अक्टूबर – चेन्नईन और केरला ब्लास्टर्स ( जेएलएन स्टेडियम, कोच्चि )
23 अक्टूबर – गोवा और एटलेटिको डी कोलकाता ( जेएलएन स्टेडियम, कोच्चि )
24 अक्टूबर – मुंबई सीटी और नॉर्थ-ईस्ट यूनाइटेड ( डीवाई पाटील, मुंबई )
25 अक्टूबर – दिल्ली डायनमोस और चेन्नईन ( जेएलएन स्टेडियम, कोच्चि )
26 अक्टूबर – एटलेटिको डी कोलकाता और केरला ब्लास्टर्स ( सॉल्ट लेक स्टेडियम कोलकाता )
26 अक्टूबर – पुणे सिटी और गोवा ( श्री शिव छत्रपति स्पोटस कंप्लेक्स स्टेडियम )