भारतीय उड़नपरी ने फैलाये पंख,अब गुजरात में युवाओं को देंगी ट्रेनिंग
भारत की उड़नपरी पीटी उषा ने अपने पंख और फैलाने का निश्चय किया है. भारतीय एथेलिटिक्स की इस गोल्डन गर्ल ने गुजरात में कोच के तौर पर काम करने का निश्चय किया है और वे जल्दी ही गुजरात में युवाओं को ट्रेनिंग देती नजर आयेंगी. अंग्रेजी अखबार द हिंदू से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा […]
भारत की उड़नपरी पीटी उषा ने अपने पंख और फैलाने का निश्चय किया है. भारतीय एथेलिटिक्स की इस गोल्डन गर्ल ने गुजरात में कोच के तौर पर काम करने का निश्चय किया है और वे जल्दी ही गुजरात में युवाओं को ट्रेनिंग देती नजर आयेंगी.
अंग्रेजी अखबार द हिंदू से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि मैं बड़ौदा में बने खेल प्राधिकरण गुजरात में युवा एथलिटों को ट्रेनिंग दूंगी. उन युवाओं का चयन गुजरात के छह सेंटर पर किया जायेगा और मैं उन्हें नौ नवंबर से 14 नवंबर तक ट्रेनिंग दूंगी. उन्होंने कहा कि मैं इस नये काम के प्रति गंभीर हूं और इसमें आगे काम करना चाहती हूं.
उन्होंने बताया कि खेल प्राधिकरण के डायरेक्टर जेनरल संदीप प्रधान उनसे इस प्रोजेक्ट के लिए पिछले एक वर्ष से संपर्क में थे. उनकी इच्छा यह है कि गुजरात में उषा स्कूल ऑफ एथलिट की स्थापना की जाये, जहां नये एथलिटों को ट्रेनिंग दी जायेगी. पीटी उषा बड़ोदा में मिल रही सुविधाओं से बहुत प्रसन्न हैं. पीटी उषा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में युवाओं को ट्रेनिंग देने की पेशकश की थी.
गौरतलब है कि पीटी उषा ने एथलेटिक्स के क्षेत्र में पूरे विश्व का ध्यान भारत की ओर खिंचा था और 1986 के सियोल एशियाई खेलों में भारत को चार स्वर्ण पदक दिलाया था. ओलंपिक में भी पीटी उषा कुछ सेकेंड के लिए पदक से चूक गयीं थीं.