अब राजनीति में भी राठौड का अचूक निशाना
नयी दिल्ली: निशानेबाजी रेंज पर कामयाबी की बुलंदियों को छूने वाले राज्यवर्धन सिंह राठौड ने राजनीति में भी सही निशाना साधते हुए सांसद के रुप में पहले कार्यकाल में ही नरेंद्र मोदी सरकार में आज राज्यमंत्री के रुप में शपथ ली. राठौड ने 2004 एथेंस ओलंपिक की डबल ट्रैप स्पर्धा में रजत पदक जीतकर सुर्खियां […]
नयी दिल्ली: निशानेबाजी रेंज पर कामयाबी की बुलंदियों को छूने वाले राज्यवर्धन सिंह राठौड ने राजनीति में भी सही निशाना साधते हुए सांसद के रुप में पहले कार्यकाल में ही नरेंद्र मोदी सरकार में आज राज्यमंत्री के रुप में शपथ ली.
राठौड ने 2004 एथेंस ओलंपिक की डबल ट्रैप स्पर्धा में रजत पदक जीतकर सुर्खियां बंटोरी थी. इस साल की शुरुआत में जयपुर ग्रामीण से लोकसभा चुनाव जीतकर उन्होंने राजनीति के मैदान में भी सफल पदार्पण किया. उन्होंने पिछले साल सितंबर में भारतीय सेना में कर्नल के ओहदे से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेते हुए भाजपा की सदस्यता ली थी.
उन्होंने उस समय कहा था ,‘‘ जब देश के सामने अलग तरह के खतरे हैं तो मुझे पीछे नहीं हटना चाहिये.’’ राष्ट्रीय रक्षा अकादमी से प्रशिक्षित राठौड 23 साल तक भारतीय सेना में रहे. ओलंपिक रजत के अलावा उन्होंने मैनचेस्टर राष्ट्रमंडल खेल 2002 में 200 में से 192 अंक लेकर नये रिकार्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता था. उन्होंने मेलबर्न राष्ट्रमंडल खेल 2006 में फिर खिताब जीता. इसके अलावा 2004 विश्व निशानेबाजी चैम्पियनशिप और 2006 में काहिरा में विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीते.