सोच्चि : विश्व शतरंज चैंपियनशिप के मुकाबले में बने रहने के लिए विश्वनाथन आनंद को आज की बाजी किसी भी कीमत पर जीतने होगी. आज का मुकाबला आनंद के लिए करो या मरो की स्थिति वाला होगा.
कार्लसन फिलहाल 5.5 – 4.5 से आगे हैं. आनंद को हर हालत में एक जीत दर्ज करनी होगी क्योंकि हर गुजरती बाजी के साथ उनकी खिताब जीतने की उम्मीदें धूमिल होती जा रही है. छठी बाजी में कार्लसन की जबर्दस्त चूक का वह फायदा नहीं उठा सके और उसके बाद से गत चैंपियन कार्लसन ने कोई कोताही नहीं बरती. आखिरी चार बाजियां ड्रा रही है जिनमें आनंद ने उसे दबाव में भी लाया. नौवीं बाजी 122 चालों के बाद ड्रा पर छूटी जबकि आठवीं बाजी में भी आनंद दबाव बनाने के बाद लय खो बैठे.
आनंद दसवें मुकाबले में भी शुरुआती बढ़त का फायदा नहीं उठा सके और कार्लसन ने उन्हें ड्रा पर रोक दिया. वैसे चेन्नई में हुए पिछले विश्व चैंपियनशिप मुकाबले की तुलना में आनंद बेहतर स्थिति में हैं क्योंकि इस समय तक कार्लसन 6 – 5 अंक ले चुके थे. दूसरी ओर कार्लसन की तैयारी इतनी पुख्ता है कि वह आनंद को आखिरी मुकाबले में उनके कंफर्ट जोन से बाहर निकालने में कोई कसर नहीं बाकी रखेंगे.
एक दिन के विश्राम के बाद आज होने वाले मुकाबले में आनंद अगर हार जाते हैं तो उनके लिए खिताब के रास्ते बंद हो जायेंगे. पूरे मुकाबले में उतार चढ़ाव देखने के बाद एक अंक की बढ़त बनाने वाले कार्लसन आक्रामक तेवर अख्तियार करने के मूड में नहीं हैं. उन्होंने कहा , लगता है कि यह मैच लंबा चलेगा. आनंद अगर जीतते हैं तो वह खिताब की दौड़ में लौट आयेंगे. दो ड्रा या हार के मायने हैं कि उन्हें फिर विश्व चैंपियन बनने के लिए और इंतजार करना होगा.