चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी : भारत का निराशाजनक प्रदर्शन, लगातार दूसरी हार

भुवनेश्वर : चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी में भारत की शुरुआत बहुत निराशाजनक रही है. पहले मुकाबले में भारत को जर्मनी से शिकस्त मिली, तो दूसरे मुकाबले में अर्जेंटीना ने भारत को 4-2 से मात दी है. लचर डिफेंस की भारत की पुरानी कमजोरी इस टूर्नामेंट में फिर उजागर हो गयी. भारत की बढ़त दोनों मौकों पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 8, 2014 1:47 PM

भुवनेश्वर : चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी में भारत की शुरुआत बहुत निराशाजनक रही है. पहले मुकाबले में भारत को जर्मनी से शिकस्त मिली, तो दूसरे मुकाबले में अर्जेंटीना ने भारत को 4-2 से मात दी है. लचर डिफेंस की भारत की पुरानी कमजोरी इस टूर्नामेंट में फिर उजागर हो गयी.

भारत की बढ़त दोनों मौकों पर एक मिनट भी बरकरार नहीं रह सकी. कलिंगा स्टेडियम में जमा करीब 7000 दर्शकों को पूल बी के इस मैच से निराशा हाथ लगी. भारत के लिए आकाशदीप सिंह ( 30वां ) और गुरजिंदर सिंह (37वां मिनट ) ने गोल किये जबकि अर्जेंटीना के लिए लुकास विला ( 30वां ), गस्टिन माजिली ( 49वां ) और जोकिन मेनिनी ( 59वां मिनट ) ने गोल दागे.

भारतीय फारवर्ड पंक्ति ने आज मौके बनाये लेकिन डिफेंस ने अर्जेंटीना को जवाबी हमलों के मौके दे दिये. इससे पहले कल ओलंपिक चैंपियन जर्मनी ने आखिरी मिनट में गोल करके भारत को 1 – 0 से हराया था. भारत को अब मंगलवार को आखिरी पूल मैच में नीदरलैंड से खेलना है जिससे क्वार्टर फाइनल में उसके प्रतिद्वंद्वी का पता चलेगा.

वहीं अर्जेंटीना का सामना जर्मनी से होगा. पहले क्वार्टर में दोनों टीमों ने ऑक्रामक हॉकी दिखाई लेकिन गोल नहीं कर सकी. भारत को आठवें मिनट में मिला मौका बेकार गया. जवाबी हमले पर निकिन थिमैया और ललित उपाध्याय अच्छे मूव को फिनिशिंग तक नहीं ले जा सके.

भारतीय गोलकीपर पी आर श्रीजेश ने जुआन लोपेज के शाट को बचाकर अर्जेंटीना को भी बढत नहीं लेने दी. अर्जेंटीना को 16वें मिनट में मिला पहला पेनल्टी कार्नर बेकार गया. भारतीय फारवर्ड कई बार गेंद को अर्जेंटीना के सर्कल के पास ले गए लेकिन भीतर घुसने की कोशिश करने की बजाय उन्होंने बाहर से ही शाट लगाये जो निशाने पर नहीं लगे.

दूसरे क्वार्टर के पांच मिनट के भीतर कप्तान सरदार सिंह और धरमवीर सिंह ने दाहिने फ्लैंक से सर्कल में घुसने की चेष्टा की लेकिन धरमवीर के पास को लेने के लिए वहां कोई नहीं था.

भारत को 22वें मिनट में गोल करने का मौका मिला जब कोथाजीत सिंह ने सर्कल के बाहर से ललित को पास दिया जिसका शाट ऊपरसे चला गया. इसके बाद वी आर रघुनाथ ने खुद गोल करने के फेर में एक आसान मौका गंवाया. भारत ने हाफटाइम से एक मिनट पहले खाता खोला जब आकाशदीप ने गुरजिंदर के पास पर गेंद को गोल के भीतर डाला.

मेजबान टीम की खुशी ज्यादा देर टिकी नहीं रह सकी. कुछ सेकंड बाद ही विला ने गोल करके स्कोर 1 – 1 से बराबर कर दिया. तीसरे क्वार्टर के आठ मिनट के भीतर भारत ने फिर बढ़त बनायी जब गुरजिंदर ने मेजबान को मिले पहले पेनल्टी कार्नर को गोल में बदला.

भारत ने एक बार फिर बढ़त गंवा दी और इस बार भी गलती डिफेंडरों की थी. सर्कल के बाहर से हिट रुपिंदर की स्टिक से लगी और लोपेज को गेंद मिल गयी जिसने उसे नेट के भीतर डाल दिया.

कुछ देर बाद गुरजिंदर ने पेनल्टी कार्नर पर गोल किया लेकिन रेफरल के बाद यह गोल अमान्य करार दिया गया. माजिली ने 49वें मिनट में गोल करके भारत पर दबाव बना दिया लेकिन भारतीय टीम बराबरी का गोल नहीं दाग सकी. मेनिनी ने हूटर से एक मिनट पहले एक और गोल करके भारत के जख्मों पर नमक छिड़कने में कसर बाकी नहीं रखी.

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