भुवनेश्वर : चैंपियंस ट्रॉफी में लगातार दो हार से हतोत्साहित भारतीय हॉकी टीम का मुकाबला आज विश्वकप उपविजेता नीदरलैंड से होगा. इस मैच में जीत दर्ज करना जहां भारतीय मनोबल के लिए अत्यावश्यक है, वहीं खेल में बने रहने के लिए भी यह बहुत जरूरी है.
आठ देशों के टूर्नामेंट के पहले मैच में भारत को ओलंपिक चैंपियन जर्मनी ने 1 – 0 से हराया. इसके बाद सरदार सिंह की अगुवाई वाली टीम को अर्जेंटीना के खिलाफ दो बार बढ़त बनाने के बाद 2 – 4 से पराजय झेलनी पड़ी.
इस हार के बाद भारत पूल बी में सबसे नीचे है और क्वार्टर फाइनल में उसे पूल ए की शीर्ष टीम से खेलना पडेगा जो इंग्लैंड हो सकती है. पहले मैच में उपकप्तान और गोलकीपर पी आर श्रीजेश ने पूरे मैच में शानदार प्रदर्शन किया लेकिन आखिरी मिनट में डिफेंस के चरमराने से फ्लोरियन फुश ने जर्मनी के लिए विजयी गोल दाग दिया.
जर्मनी के खिलाफ श्रीजेश नहीं होते तो भारत की हार का अंतर और अधिक होता. अर्जेंटीना के खिलाफ कल एक बार भी भारत के कमजोर डिफेंस की कलई खुल गई. दोनों मौकों पर भारत की बढ़त एक मिनट भी बरकरार नहीं रही.
भारतीय फारवर्ड पंक्ति ने अर्जेंटीना के खिलाफ मौके बनाये लेकिन डिफेंस कहीं नजर नहीं आया. ऐसा लग रहा था कि पिछले एक साल में शानदार प्रदर्शन करने वाले भारतीय खिलाड़ी कोच टैरी वाल्श की सीख को भूल गये हैं.