पाक के हाथों भारत की शर्मनाक हार, फाइनल में जाने का मौका गवांया
भुवनेश्वर: भारत ने गोल करने के कई मौके गंवाये जिससे उसे चैंपियन्स ट्राफी हाकी टूर्नामेंट के रोमांचक सेमीफाइनल मुकाबले में आज यहां अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के हाथों 3-4 से हार का सामना करना पडा. इससे भारत ने पहली बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने का सुनहरा मौका भी गंवा दिया. मोहम्मद अर्सलान कादिर […]
भुवनेश्वर: भारत ने गोल करने के कई मौके गंवाये जिससे उसे चैंपियन्स ट्राफी हाकी टूर्नामेंट के रोमांचक सेमीफाइनल मुकाबले में आज यहां अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के हाथों 3-4 से हार का सामना करना पडा. इससे भारत ने पहली बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने का सुनहरा मौका भी गंवा दिया.
मोहम्मद अर्सलान कादिर ( 17वें और 59वें मिनट ) पाकिस्तानी जीत के नायक रहे. उन्होंने हूटर बजने से केवल एक मिनट पहले निर्णायक गोल किया. पाकिस्तान की तरफ से अन्य गोल मोहम्मद वकास ( 32वें ) और मोहम्मद इरफान : 44वें मिनट : ने किये. भारत की तरफ से गुरजिंदर ( 12वें ) धर्मवीर सिंह (38वें ) और निक्किन थिम्मया ( 44वें मिनट) ने गोल दागे. पाकिस्तानी खिलाडियों ने दर्शकों और भारतीय मीडिया की तरफ आपत्तिजनक इशारे करके जीत का जश्न मनाया. कोच शाहनाज शेख ने उन्हें तुरंत ऐसा करने से रोका.
भारत के पास चैंपियन्स ट्राफी में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का सुनहरा मौका था लेकिन वे दबाव में यह अवसर गंवा बैठे. भारत का इस टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 1982 में रहा. तब उसने नीदरलैंड के एम्सटेलवीन में कांस्य पदक जीता था.भारत ने गोल करने के कई मौके गंवाये जिसका उसे खामियाजा भुगतना पडा. भारतीयों ने मौके बनाये लेकिन सरदार सिंह, निक्किन, एसवी सुनील और रमनदीप सिंह कई अवसरों पर गोल करने में नाकाम रहे.
शुरु में भारतीय टीम थोडी नर्वस दिख रही थी. रुपिंदर पाल सिंह रक्षापंक्ति में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाये. दूसरी तरफ पाकिस्तानी टीम अधिक नियंत्रित दिखी और उसने भारतीय रक्षापंक्ति पर दबाव बनाये रखा.
भारत ने शुरुआती गोल किया. उसे जब पहला पेनल्टी कार्नर मिला जब गुरजिंदर ने उसे गोल में बदलने में कोई गलती नहीं की. पाकिस्तान ने रेफरल मांगा लेकिन उनकी अपील ठुकरा दी गयी. पाकिस्तान को भी इसके बाद पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा पाया.गुरबाज सिंह को बीच में दस मिनट के लिये निलंबित किया गया. इससे भारत दस खिलाडियों के साथ खेला. पाकिस्तान ने इसका फायदा उठाकर बराबरी का गोल कर दिया. भारतीय रक्षापंक्ति छितरी हुई थी और कादिर ने बट के क्रास पर गोल दाग दिया.
भारत को तुरंत बढत बनाने का मौका मिला लेकिन रुपिंदर पेनल्टी कार्नर पर पाकिस्तानी गोलकीपर इमरान बट को नहीं छका पाये. मध्यांतर तक दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर थी.मध्यांतर तक बाद दूसरे मिनट में पाकिस्तान ने बढत बना ली. भारतीय रक्षापंक्ति छितरी हुई थी और वकास ने शफाकत रसूल के क्रास पर आसानी से गोल करके दर्शकों को सन्न कर दिया.
भारत ने जवाबी हमला किया और दो पेनल्टी कार्नर हासिल किये लेकिन रघुनाथ ने दोनों बेकार कर दिये. धर्मवीर ने इसके छह मिनट बाद आकाशदीप सिंह के पास पर गोल करके दर्शकों में उत्साह भरा. भारत ने इसके बाद लगातार हमले किया लेकिन सरदार और मनप्रीत ने गोल करने के शानदार मौके गंवा दिये.
इस बीच पाकिस्तान ने जवाबी हमला करने की रणनीति अपनायी. उसे जल्द ही दूसरा पेनल्टी कार्नर मिला जिस पर इरफान ने गोल दागा. भारत ने हालांकि तुरंत स्कोर बराबर कर दिया. गुरबाज के क्रास पर निक्किन ने यह गोल किया. भारत के पास 56वें मिनट में बढत लेने का सुनहरा मौका था लेकिन पेनल्टी कार्नर पर गुरजिंदर का शॉट पाकिस्तानी डिफेंडर ने रोक दिया. आखिर में कादिर ने गोल करके दर्शकों का दिल तोड दिया.