भुवनेश्वर : चैम्पियन्स ट्रॉफी के सेमीफाइनल में भारत को हराने के बाद पाकिस्तानी खिलाडियों के द्वारा किये गये अश्लील बर्ताव का मामला अब तुल पकड़ने लगा है. इस मामले को लेकर हॉकी इंडिया ने कड़ा तेवर अपना लिया है और पाक खिलाडियों को सजा दिये जाने की मांग की है.
इधरअश्लीलइशारा करने वाले पाकिस्तान के दो खिलाड़ियों को आज एक मैच के लिए सस्पेंड कर दिया गया.पाकिस्तान के दो खिलाडयों मुहम्मद तौशिक और अली अमजद को रविवार को एक मैच के लिए सस्पेंड कर दिया गया. अब दोनों खिलाड़ी रविवार को ही जर्मनी के खिलाफ फाइनल मैच में नहीं खेल सकेंगे.
अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सोशल मीडिया पर आई तस्वीरों से ऐसे सबूत मिले हैं जिनसे पता चलता है कि खिलाड़ियों ने जीत के बाद अश्लील इशारे किए.
अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एचआईएच) के कमजोर रुख से नाराज हॉकी इंडिया ने फैसला किया था कि वह दोषियों को कड़ी सजा नहीं दिए जाने तक एफआईएच से मिले किसी टूर्नामेंट की मेजबानी नहीं करेगा. कल रात जीत के बाद पाकिस्तानी खिलाडियों ने भारतीय दर्शकों और मीडिया की तरफ अश्लील इशारे किए लेकिन टीम के कोच शहनाज शेख के माफी मांगने के बाद एफआईएच ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की.
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने कहा, यह शर्मनाक और निंदनीय घटना है लेकिन एफआईएच ने बेहद कमजोर फैसला किया. यह हमें स्वीकार नहीं है. हमने एफआईएच को यह स्पष्ट कर दिया है कि खिलाडियों की ओर से ऐसा बर्ताव भारतीयों को स्वीकार्य नहीं है.
उन्होंने कहा, इसलिए अगर वे पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं करते हैं तो हमने मार्च में महिला विश्व लीग के तीसरे दौर के बाद भारत में एफआईएच के किसी टूर्नामेंट की मेजबानी नहीं करने का फैसला किया है.भारत पर 4-3 की जीत के तुरंत बाद पाकिस्तानी खिलाड़ी जश्न मनाने लगे और इस दौरान उन्होंने असभ्य बर्ताव भी किया.
टीम ने खुशी में नाचना भी शुरु कर दिया. खिलाडियों ने अपनी टीशर्ट उतार दी, असभ्य भाषा का इस्तेमाल किया और दर्शकों तथा मीडिया की तरफ अश्लील इशारे किए. इसके बाद कोच शहनाज शेख को मैदान पर आकर अपने खिलाडियों को बाहर ले जाना पडा.
टूर्नामेंट निदेशक वियर्ट डायर को इस मामले की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई और उन्होंने पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ बात करने के बाद कहा कि एफआईएच ने उनकी माफी स्वीकार कर ली है. बत्रा ने हालांकि कहा कि सिर्फ माफी मांगना काफी नहीं है.
उन्होंने कहा, अगर एफआईएच के नियम इस तरह के असभ्य बर्ताव की स्वीकृति देते हैं तो उन्हें अपने टूर्नामेंट का आयोजन कहीं और करना चाहिए, भारत में नहीं क्यांेकि भारतीय संस्कृति इस तरह की हरकतों की स्वीकृति नहीं देती.
भारत और पाकिस्तान को ढाका में जल्द की तटस्थ स्थान पर द्विपक्षीय श्रृंखला शुरु करनी थी लेकिन बत्रा ने कहा कि इस घटना के बाद कोई द्विपक्षीय श्रृंखला नहीं होगी. उन्होंने कहा, हमने पाकिस्तान के खिलाफ कोई द्विपक्षीय या त्रिपक्षीय श्रृंखला नहीं खेलने का फैसला किया है जब तक कि पाकिस्तान हॉकी महासंघ इस घटना पर लिखित में बिना शर्त माफी नहीं मांगे.