सुधा स्वर्ण से चूकी, भारत छठे स्थान पर फिसला
पुणे: एशियाई खलों की स्वर्ण पदक विजेता सुधा सिंह उम्मीदों पर खरा उतरने में विफल रही जबकि भारत को 20वीं एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के तीसरे दिन आज यहां दो रजत और दो कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा. पिछले महीने अपना राष्ट्रीय रिकार्ड तोड़ने वाली सुधा को महिला 3000 मीटर स्टेपलचेज में स्वर्ण पदक का […]
पुणे: एशियाई खलों की स्वर्ण पदक विजेता सुधा सिंह उम्मीदों पर खरा उतरने में विफल रही जबकि भारत को 20वीं एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के तीसरे दिन आज यहां दो रजत और दो कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा.
पिछले महीने अपना राष्ट्रीय रिकार्ड तोड़ने वाली सुधा को महिला 3000 मीटर स्टेपलचेज में स्वर्ण पदक का प्रबल दावेदार माना जा रहा था लेकिन बहरीन की रुथ चेबेट ने उन्हें बड़े अंतर से पछाड़ दिया. चेबेट ने नौ मिनट 40 . 84 सेकेंड के साथ स्वर्ण पदक जीता.
अगले महीने होने वाली विश्व चैम्पियनशिप के लिए क्वालीफाई कर चुकी सुधा नौ मिनट 56 . 27 सेकेंड के साथ दूसरे स्थान पर रही. यह प्रदर्शन हालांकि नौ मिनट 45 . 60 सेकेंड के उनके निजी स्वर्ण प्रदर्शन से काफी पीछे है. सुधा ने बाद में कहा, ‘‘एक किलोमीटर के बाद मुझे जकड़न महसूस होने लगी और मुझे रजत पदक को ध्यान में रखकर दौड़ना पड़ा. पिछली प्रतियोगिताओं में देरी के कारण हमारी स्पर्धा देर से शुरु हुई. हमें लंबे समय तक ट्रैक पर इंतजार करना पड़ा और यह मेरी जकड़न का कारण हो सकता है.’’ प्रेम कुमार कुमारावेल ने भारत को लंबी कूद में दूसरा रजत पदक दिलाया जबकि जे हेमाश्री और समरजीत सिंह माल्ही ने क्रमश: महिला 100 मीटर बाधा दौड़ और पुरुष भाला फेंक स्पर्धा में कांस्य पदक जीते.
आज के चार पदक के साथ भारत के एक स्वर्ण, तीन रजत और पांच कांस्य पदक सहित कुल नौ पदक हो गए हैं. मेजबान टीम हालांकि पदक तालिका में छठे स्थान पर खिसक गई है.