सिन्हा की सलाह महत्वपूर्ण मार्गदर्शन है :भाजपा

नयी दिल्ली: राजनीतिक बहस को धर्मनिरपेक्षता बनाम साम्प्रदायिकता बनाने के कांग्रेस के जाल में नहीं फंसने की पार्टी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा की सलाह को सही बताते हुए पार्टी ने आज कहा कि उन्होंने ऐसा कह कर ‘मार्ग दर्शन’ करने का काम किया है. पार्टी के प्रवक्ता अभिमन्यु ने यहां कहा, ‘‘सिन्हा जी पार्टी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 15, 2013 8:27 PM

नयी दिल्ली: राजनीतिक बहस को धर्मनिरपेक्षता बनाम साम्प्रदायिकता बनाने के कांग्रेस के जाल में नहीं फंसने की पार्टी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा की सलाह को सही बताते हुए पार्टी ने आज कहा कि उन्होंने ऐसा कह कर ‘मार्ग दर्शन’ करने का काम किया है.

पार्टी के प्रवक्ता अभिमन्यु ने यहां कहा, ‘‘सिन्हा जी पार्टी के महत्वपूर्ण नेता हैं. उनकी सलाह का यही आशय है कि राजनीतिक संवाद का स्तर बना रहे और वह सुशासन तथा विकास के मुद्दे से नहीं भटके. वह वरिष्ठ राजनेता हैं और उन्होंने ऐसी सलाह देकर पार्टी को मार्गदर्शन करने का काम किया है.’’ उल्लेखनीय है कि सिन्हा ने ‘‘बुर्का’’ और ‘‘पपी’’ जैसी नरेन्द्र मोदी की टिप्पणियों से धर्मनिरपेक्षता बनाम साम्प्रदायिकता मुद्दे पर छिड़ी बहस के बीच कहा कि ऐसा होने से चुनाव में कांग्रेस को जवाबदेह बनाने वाले आर्थिक बदहाली और भ्रष्टाचार जैसे वास्तविक मुद्दे भटक जाएंगे.

उन्होंने हालांकि, कहा कि वह भाजपा चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष और गुजरात के मुख्यमंत्री को यह सलाह नहीं दे रहे हैं कि चुनाव प्रचार कैसे किया जाना चाहिए.

एक लेख में सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस को बहस को उसकी शर्तो पर जाने की अनुमति नहीं देनी चाहिए. आर्थिक संकट, मंहगाई, कुशासन और भ्रष्टाचार को उन्होंने बहस के वास्तविक मुद्दे बताया.

सिन्हा के अनुसार, ‘‘मोदी-विरोधियों की खेल योजना स्पष्ट है. जितना वह बोलेंगे, उनसे उतना विवाद पैदा होगा. इससे चुनाव पूर्व की बहस विकृत हो जाएगी और इस सरकार के कुशासन एवं भ्रष्टाचार की बजाय बहस इस बात पर केन्द्रित हो जाएगी कि गुजरात में पिछले 11 साल में क्या हुआ. हमें बहस को पूर्व से वर्तमान में

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