मुंबई : यंग दबंग मुंबई के मुख्य कोच वेलेंटाइन एल्टनबर्ग ने भारतीय हॉकी खिलाडियों की उनके कौशल के लिये तारीफ की और उम्मीद जतायी कि वे इसमें रणनीतिक कौशल जोडकर उनके देश जर्मनी और विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया जैसी चोटी की टीमों को हराने में सफल रहेंगे.
एल्टनबर्ग ने हॉकी इंडिया लीग फ्रेंचाइजी का कोच पद संभालने के बाद कहा, जब मैंने भारतीय खिलाडियों को देखा तो मैं उनके मूवमेंट और कौशल पर मुग्ध हो गया. जब (पूर्व भारतीय कप्तान. वीरेन रासकुइन्हा और वीएस विनय जर्मनी में खेलने के लिये आये थे तो पूरी जर्मन लीग उनके एक दूसरे को पास देने के कौशल को देखकर हैरान थी.
इस 33 वर्षीय जर्मन ने कहा, भारत की यह ताकत है और जर्मन खिलाड़ी कभी इस स्तर तक नहीं पहुंच पाएंगे. लेकिन आपको टीम के रुप में अधिक एथलेटिक और रणनीतिक होना होगा. उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि यदि आप रणनीतिक अनुशासन और व्यवस्थित रवैया भी अपना तो फिर भारतीय हाकी का अगले दशक में विश्व पर दबदबा रहेगा. एल्टनबर्ग ने इसके साथ ही टूर्नामेंट आगे बढने के साथ मानसिक रुप से मजबूत होने पर भी जोर दिया. ऐसी विशेषता जिससे जर्मनी जैसी टीमों को मदद मिली.
उन्होंने कहा, जर्मन हॉकी की खासियत यह है कि वह टूर्नामेंट बढने के साथ बेहतर प्रदर्शन करते हैं. वे टूर्नामेंट के शुरु में उतने मजबूत नहीं होते हैं जितने कि आखिर में. अभी ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी मानसिक रुप से सबसे मजबूत टीमें है. यह ऐसा पहलू जिसे कम करके नहीं आंका जा सकता है.