चेन्नई : अन्नाद्रमुक प्रमुख जे जयललिता ने जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही पश्चिम बंगाल की जिम्नास्ट को पांच लाख रुपये की नकद सहायता देने का ऐलान किया.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने सौमिता डे के बारे में खबरें पड़ी जो 2010 दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में मैच अधिकारी भी रह चुकी है. वह फिलहाल कोलकाता के एक अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच लड़ रही है. जयललिता ने एक बयान में कहा , मैं इन खबरों से काफी दुखी हूं.
पश्चिम बंगाल के साधारण परिवार की इस लड़की ने कई टूर्नामेंटों में भाग लिया और वैश्विक स्तर पर अच्छे प्रदर्शन का उसमें माद्दा था लेकिन वह बीमार हो गयी. उन्होंने कहा , मैंने निर्देश दिया है कि एमजीआर ट्रस्ट से उसे चिकित्सा खर्च के लिए पांच लाख रुपये दिये जाये. 2012 से न्यूरोसार्कोइडोसिस से जूझ रही 27 बरस की डे अपने पैर उठा भी नहीं सकती है. उसके शरीर के निचले हिस्से को लकवा मार चुका है.
करीब एक दशक (1998 से 2008) तक राष्ट्रीय स्तर पर बंगाल का प्रतिनिधित्व करने के साथ ही सौमिता ने 2005 से कोचिंग में कैरियर शुरू किया. उसने पटियाला के नेताजी सुभाष राष्ट्रीय खेल संस्थान से 2008 में कोचिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा किया.