ऑस्ट्रेलियाई ओपन : राफेल नडाल की सनसनीखेज हार
मेलबर्न : चेक गणराज्य के टामस बर्डिच ने चोट और फार्म से जूझ रहे राफेल नडाल को आज यहां ऑस्ट्रेलियाई ओपन टेनिस टूर्नामेंट से बाहर करके सेमीफाइनल में प्रवेश किया लेकिन महिला वर्ग में मारिया शारापोवा अपना शानदार विजय अभियान जारी रखने में सफल रही. सातवीं वरीयता प्राप्त बर्डिच ने 14 बार के ग्रैंडस्लैम विजेता […]
मेलबर्न : चेक गणराज्य के टामस बर्डिच ने चोट और फार्म से जूझ रहे राफेल नडाल को आज यहां ऑस्ट्रेलियाई ओपन टेनिस टूर्नामेंट से बाहर करके सेमीफाइनल में प्रवेश किया लेकिन महिला वर्ग में मारिया शारापोवा अपना शानदार विजय अभियान जारी रखने में सफल रही.
सातवीं वरीयता प्राप्त बर्डिच ने 14 बार के ग्रैंडस्लैम विजेता और यहां तीसरी वरीय स्पेनिश खिलाड़ी को दो घंटे 13 मिनट तक चले मैच में 6-2, 6-0, 7-6 से पराजित किया. उनका अगला मुकाबला ब्रिटेन के एंडी मर्रे और ऑस्ट्रेलिया के निक क्रीगियोस के बीच होने वाले मैच के विजेता से होगा.
महिला वर्ग में शारापोवा और इयुगेनी बूचार्ड के बीच के मुकाबले को ‘दो सुंदरियों की जंग’ के रुप में देखा जा रहा था लेकिन दूसरी वरीयता प्राप्त रुसी खिलाडी ने कनाडा की सातवीं वरीय खिलाड़ी को टेनिस का कडा सबक सिखाया और 6-3, 6-2 से आसान जीत दर्ज की.
शारापोवा ने इस जीत से ‘आल रुसी सेमीफाइनल’ की नींव भी रखी. उन्हें फाइनल में जगह बनाने के लिये अब हमवतन इकटेरिना मकारोवा से भिडना होगा. इस दसवीं वरीयता प्राप्त खिलाड़ी ने रोमानिया की तीसरी वरीय सिमोना हालेप को 6-4, 6-0 से शिकस्त दी.
सभी की निगाह हालांकि पुरुष एकल में नडाल और बर्डिच के मुकाबले पर टिकी थी. बर्डिच आखिर में नडाल के खिलाफ 17 हार के बाद पहली जीत दर्ज करने में सफल रहे. वह लगातार दूसरी बार ऑस्ट्रेलियाई ओपन के सेमीफाइनल में पहुंचे हैं. पिछले साल वह स्टेनिसलास वावरिंका से हार गये थे.
बर्डिच ने मैच के बाद कहा, मैं निश्चित तौर पर इस मुकाबले के लिये पूरी तरह तैयार था और मैंने अपनी रणनीति अच्छी तरह से बनायी थी और तीनों सेट के दौरान इस पर कायम रहा. मैंने अच्छी शुरुआत की लेकिन आप राफा के खिलाफ खेल रहे थे और आपको आखिरी अंक तक अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन जारी रखना था. पहले दो सेट में नडाल का प्रदर्शन बहुत ही साधारण रहा और वह केवल दो गेम जीत पाये थे. यहां तक कि दूसरे सेट में वह एक भी गेम नहीं जीत पाये.
इससे पहले वह विंबलडन 2006 के फाइनल में रोजर फेडरर के खिलाफ किसी एक सेट में एक भी गेम जीतने में नाकाम रहे थे. नौ साल पहले फेडरर के खिलाफ ‘बैगल’ हासिल करने के बाद यह उनका 30वां ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट था. नडाल ने लगातार नौ गेम गंवाये और आखिर में तीसरे सेट के दूसरे गेम में वह अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे. उन्होंने दसवें गेम में दो मैच प्वाइंट बचाये और आखिर में मुकाबला टाईब्रेकर तक खिंच गया. बर्डिच के पास टाईब्रेकर में भी दो मैच प्वाइंट थे जिसमें दूसरे पर वह सफल रहे. टाईब्रेकर में उन्होंने 7-5 से जीत दर्ज की.