35वें राष्ट्रीय खेल : दीपा करमाकर ने झटके पांच स्वर्ण, तैराकी में टूटे कई रिकॉर्ड
तिरुवनन्तपुरम : राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली जिम्नास्ट दीपा करमाकर ने 35वें राष्ट्रीय खेलों में त्रिपुरा के लिये पांच स्वर्ण पदक जीते जबकि केरल के गोल्डन ब्वाय सजन प्रकाश जैसे तैराकों ने प्रतियोगिता के छठे दिन भी रिकार्ड तोडने का क्रम जारी रखा. सेना खेल संवर्धन बोर्ड (एसएससीबी) ने पदक तालिका में अपना […]
तिरुवनन्तपुरम : राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली जिम्नास्ट दीपा करमाकर ने 35वें राष्ट्रीय खेलों में त्रिपुरा के लिये पांच स्वर्ण पदक जीते जबकि केरल के गोल्डन ब्वाय सजन प्रकाश जैसे तैराकों ने प्रतियोगिता के छठे दिन भी रिकार्ड तोडने का क्रम जारी रखा.
सेना खेल संवर्धन बोर्ड (एसएससीबी) ने पदक तालिका में अपना दबदबा बनाये रखा. सेना को अब तक हरियाणा से कडी टक्कर मिल रही थी लेकिन अब वह 38 स्वर्ण, 11 रजत और 12 कांस्य (कुल 61 पदक) लेकर अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी से काफी आगे निकल गया है. उसकी निगाह लगातार तीसरे ओवरआल खिताब पर टिकी हैं. महाराष्ट्र तैराकों के शानदार प्रदर्शन से पदक तालिका में दूसरे स्थान पर पहुंच गया है. उसके अब 25 स्वर्ण, 29 रजत और 20 कांस्य : कुल 74 पदक : हैं. हरियाणा 25 स्वर्ण, 13 रजत और छह कांस्य : कुल 44 पदक : के साथ तीसरे स्थान पर खिसक गया है.
राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला जिम्नास्टकरमाकर ने 2011 के प्रदर्शन को दोहराया और खुद को फिर से शीर्ष जिम्नास्ट साबित किया. उन्होंने व्यक्तिगत आलराउंड, टेबल वाल्ट, बैलेंसिंग बीम, अनइवन पैरलल बार्स और फ्लोर एक्सरसाइज में सोने के तमगे जीते. लेकिन तरणताल में फिर से रोमांच देखने को मिला। प्रकाश ने अपने घरेलू दर्शकों के सामने छठा स्वर्ण पदक जीता. उन्होंने पुरुषों की 400 मीटर फ्रीस्टाइल में तीन मिनट 57.16 सेकेंड का समय लेकर नया मीट रिकार्ड बनाया. महाराष्ट्र के सौरभ सांगवेकर ने रजत और केरल के आनंद ए एस ने कांस्य पदक जीता.
सबसे बडा उलटफेर पुरुषों की 50 मीटर बैकस्ट्रोक में देखने को मिला जिसमें पिछले चैंपियन और मीट रिकार्ड धारक वीरधवल खाडे पांचवें स्थान पर आये. सेना के मधु पीएस ने 27.02 सेकेंड के साथ नया मीट रिकार्ड बनाया और स्वर्ण पदक जीता. मध्यप्रदेश के रोहित इमोलिया ने रजत और महाराष्ट्र के रोहित हवलदार ने कांस्य पदक हासिल किया. महिलाओं की 400 मीटर व्यक्तिगत मेडले में महाराष्ट्र की आंकाक्षा वोरा ने स्वर्ण, कर्नाटक की मालविका ने रजत और मध्यप्रदेश की रिचा मिश्रा ने कांस्य पदक जीता.
रिचा ने हालांकि 200 मीटर व्यक्तिगत मेडले में खुद का रिकार्ड तोडकर स्वर्ण पदक जीता. उन्होंने दो मिनट 25.78 सेकेंड का समय निकाला. तमिलनाडु की ए वी जयवीना दूसरे और कर्नाटक की दामिनी गौडा तीसरे स्थान पर रही. पुरुषों की 200 मीटर व्यक्तिगत मेडले में प्रकाश ने दो मिनट 8.98 सेकेंड के साथ नया मीट रिकार्ड बनाया और स्वर्ण पदक जीता. कर्नाटक के अरविंद मनि को रजत और मध्यप्रदेश के संदीप सेजवाल को कांस्य पदक से संतोष करना पडा.
गुजरात की पंद्रह वर्षीय माना पटेल ने महिलाओं की 50 मीटर बैकस्ट्रोक में 30.68 सेकेंड के साथ आठ साल पुराना रिकार्ड तोडा. महाराष्ट्र की ज्योत्सना को रजत और कर्नाटक की वानिया को कांस्य पदक मिला. निशानेबाजी में सेना ने पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में टीम और व्यक्तिगत स्पर्धा के स्वर्ण पदक जीते. सुरेंद्र सिंह राठौड, सत्येंद्र सिंह और चैन सिंह मन्हास की तिकडी ने कुल 3492 अंक बनाकर स्वर्ण पदक हासिल किया. हरियाणा को रजत और उत्तर प्रदेश को कांस्य पदक मिला. व्यक्तिगत वर्ग में सेना के सत्येंद्र ने स्वर्ण और चैन सिंह ने कांस्य पदक जीता. महाराष्ट्र के स्वप्निल कुशाले को रजत पदक मिला.
त्रिशूर में मुक्केबाजी के मुकाबले काफी गरमागरम माहौल में शुरु हुए. बॉक्सिंग इंडिया की प्रतिबंध लगाने की धमकी के बावजूद 27 राज्यों और सेना ने प्रतियोगिता के लिये पंजीकरण करवाया लेकिन उनको तब झटका लगा जब नया साफ्टवेयर नहीं होने के कारण पुराने तरीके की स्कोरिंग के तहत मुकाबले कराये गये. इस पर मुक्केबाजों ने विरोध करना शुरु कर दिया क्योंकि उनका कहना था कि यदि पुरानी स्कोरिंग प्रणाली से मुकाबले होने हैं तो उन्हें हेडगार्ड पहनने की अनुमति मिलनी चाहिए.
फिर से जिम्नास्टिक की बात करें तो एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने वाले आशीष कुमार ने पैरलल बार्स में रजत और टेबल वाल्ट में कांस्य पदक जीतकर अपने अभियान का अंत किया. छत्तीसगढ और दिल्ली ने बीच हैंडबाल में क्रमश: पुरुष और महिला वर्ग का स्वर्ण पदक जीता. बीच वालीबाल में आंध्र प्रदेश ने पुरुष और केरल ने महिला वर्ग का खिताब जीता.