निरंतर अभ्यास से मैं बन सकता हूं विश्व का नंबर एक खिलाड़ी : किदांबी श्रीकांत

नयी दिल्ली : भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत को ऐसा लगता है कि वे विश्व के नंबर एक खिलाड़ी बन सकते हैं, साथ ही उन्हें रियो ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका भी मिल सकता है, लेकिन इसके लिए उन्हें निरंतर अच्छा प्रदर्शन करना होगा. बाईस वर्षीय श्रीकांत पिछले महीनों में निरंतर अच्छा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 16, 2015 5:02 PM

नयी दिल्ली : भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत को ऐसा लगता है कि वे विश्व के नंबर एक खिलाड़ी बन सकते हैं, साथ ही उन्हें रियो ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका भी मिल सकता है, लेकिन इसके लिए उन्हें निरंतर अच्छा प्रदर्शन करना होगा. बाईस वर्षीय श्रीकांत पिछले महीनों में निरंतर अच्छा प्रदर्शन करने के कारण अभी विश्व में चौथे नंबर के शटलर हैं. वह पिछले कुछ महीनों में कुछ सुपर सीरीज प्रतियोगिताओं के सेमीफाइनल में पहुंचे और इस बीच उन्होंने चाइना ओपन सुपर सीरीज प्रीमियर का खिताब भी जीता.

श्रीकांत ने कल रात स्विटजरलैंड के बासेल में स्विस ओपन का खिताब जीता था. उन्होंने डेनमार्क के विक्टर एलेक्सन को 21-15, 12-21, 21-14 से हराया था.श्रीकांत ने कहा, यह मुश्किल मैच था लेकिन मैं ऐसा कुछ नहीं सोच रहा था कि मैं गत चैंपियन से खेल रहा हूं. मैं केवल फाइनल खेल रहा था जिसे मैं जीतना चाहता था. उन्होंने कहा, दूसरे गेम मैंने कुछ सहज गलतियां की और बढ़त गंवा दी लेकिन तीसरे गेम में मैंने अधिक आक्रामक खेल दिखाया और इससे मुझे फायदा हुआ. श्रीकांत अभी भारत के नंबर एक पुरुष शटलर है. पी कश्यप ( 12 ) और एच एस प्रणय ( 17 ) का नंबर उनके बाद आता है.
ओलंपिक के बारे में श्रीकांत ने कहा, हो सकता है कि मुझे पहला ओलंपिक खेलने का मौका मिल जाये लेकिन अभी इसमें एक साल बचा है और मुझे लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा. वर्ष के लिए अपने लक्ष्य के बारे में उन्होंने कहा, मैं खेल के प्रत्येक विभाग में सुधार करना चाहता हूं तथा अधिक से अधिक मैच और टूर्नामेंट जीतना चाहता हूं. श्रीकांत ने कहा, मैं इस साल विश्व चैंपियनशिप का पदक जीतना चाहता हूं लेकिन किसी भी टूर्नामेंट को जीतने से आपका मनोबल बढ़ता है. मैं अपनी रैंकिंग में सुधार करना चाहता हूं और मेरा सपना दुनिया का नंबर एक खिलाड़ी बनना है.

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