नई दिल्ली : भारत की स्टार निशानेबाज दीपिका कुमारी ने आज यहां कहा कि पोलैंड के रोसलो में महिला रिकर्व टीम का दक्षिण कोरिया पर मिली जीत से मनोबल बढ़ेगा जिसका फायदा उसे अगले होने वाली विश्व चैंपियनशिप अन्य महत्वपूर्ण प्रतियोगिताओं में मिलेगा.
दीपिका ने आज सुबह स्वदेश लौटने पर ‘भाषा’ से कहा, ‘‘ओलंपिक में प्रदर्शन के बाद मैं काफी निराश थी. वहां मैं नर्वस हो गयी थी लेकिन इसके बाद मैंने काफी सुधार किया है. हम लगातार अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश कर रही है. कोरिया पर जीत बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे हमारा आत्मविश्वास बढ़ेगा.’’ दीपिका, बोम्बायला देवी लेशराम और रिमिल बुरुली की महिला तीरंदाजी टीम ने रिकर्व फाइनल में कोरिया की मजबूत टीम को 219.215 से हराकर लगातार दूसरा स्वर्ण पदक जीतकर नया इतिहास रचा. इससे पहले भारतीय टीम ने मेडलिन विश्व कप में चीन को हराकर खिताब जीता था. चैंपियन टीम का यहां पहुंचने पर भारतीय तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष विजय कुमार मल्होत्र के आवास पर स्वागत किया गया.
विश्व में छठे नंबर की तीरंदाज दीपिका ने कहा, ‘‘मैच काफी कड़ा था लेकिन पूरी टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया. शुरु में उन्होंने हमें बराबर की टक्कर दी लेकिन आखिर में हमने काफी अंक बनाये जो निर्णायक साबित हुए. ’’ दीपिका हालांकि टीम के साथ स्थायी फिजियो नहीं होने से निराश थी और उन्होंने उम्मीद जतायी कि सितंबर में होने वाली विश्व चैंपियनशिप से पहले उनकी यह मांग पूरी कर ली जाएगी.
बोम्बायला ने कहा कि फाइनल में कोरियाई टीम के होने से उन पर किसी तरह का दबाव नहीं था. उन्होंने कहा, ‘‘हमें पहले ही कोच : कोरिया के चेई वूंग लिम : ने बता दिया कि हमने अभ्यास में जैसा प्रदर्शन किया है यदि हम उसे दोहराने में सफल रहती हैं तो फिर जीत की संभावना बढ़ जाएगी. हम शुरु से ही सहज थी और किसी तरह से दबाव में नहीं थी. ’’ इस टीम की तीसरी सदस्य रिमिल बुरुली छह साल पहले तीरंदाजी से जुड़ी और अब वह टीम का अहम अंग है. उनका मानना है कि इस जीत का फायदा टीम को एशियाई खेलों में भी मिलेगा क्योंकि कोरियाई टीम उनके सामने नर्वस रहेगी.
बुरुली ने कहा, ‘‘एशियाई खेलों में कोरिया से सबसे कड़ी चुनौती मिलती है. वहां कोरिया सबसे मजबूत है लेकिन अब जब भी उसका हमारी टीम से सामना होगा तो वह भी नर्वस रहेगा. ’’ भारतीय तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष मल्होत्र ने टीम की उपलब्धि को शानदार करार दिया. उन्होंने कहा, ‘‘हमारी कम्पाउंड टीम ने पहले भी विश्व कप में जीत दर्ज की थी. महिला रिकर्व टीम ने लगातार दो विश्व कप में जीत दर्ज की है और यह बड़ी उपलब्धि है. हमारे इतिहास में रामायण, महाभारत में हम अजरुन और कर्ण जैसे धनुर्धर हुए हैं और मुझे खुशी है कि हमारी लड़कियां उस परंपरा को आगे बढ़ा रही हैं. ’’
टीम के साथ पोलैंड गये तीरंदाजी संघ के कोषाध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने उम्मीद जतायी कि टीम विश्व चैंपियनशिप में भी अच्छा प्रदर्शन करेगी. उन्होंने कहा, ‘‘अभी हमारा लक्ष्य इस साल विश्व चैंपियनशिप और जूनियर विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन करना है. भारत अब तीरंदाजी में खास स्थान रखता है और अन्य देश इसे समझने लग गये हैं. ’’