मैने छह माह के लिए रिंग से दूरी बनाई है: मैरीकाम

भोपाल : ओलम्पियन मुक्केबाज एम सी मैरीकाम ने कहा है कि जो लोग यह सोचते हैं कि सब कुछ प्राप्त कर लेने के बाद उन्होने ‘रिंग’ को अलविदा कहने का मन बना लिया है, तो वे गलत हैं, उन्होने मात्र छह माह के लिए ‘रिंग’ से दूरी बनाई है.तीसरे बच्चे के जन्म के बाद कल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 28, 2013 1:56 PM

भोपाल : ओलम्पियन मुक्केबाज एम सी मैरीकाम ने कहा है कि जो लोग यह सोचते हैं कि सब कुछ प्राप्त कर लेने के बाद उन्होने ‘रिंग’ को अलविदा कहने का मन बना लिया है, तो वे गलत हैं, उन्होने मात्र छह माह के लिए ‘रिंग’ से दूरी बनाई है.तीसरे बच्चे के जन्म के बाद कल पहली बार भोपाल आई पांच बार की विश्व चैम्पियन और ओलम्पिक पदक विजेता मुक्केबाज मैरीकाम ने संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा, ‘‘मैं फिर ‘रिंग’ में उतरुंगी, क्योंकि अब भी ‘रिंग’ में मेरा काम बाकी है’’.

मैरीकाम आज यहां मध्य प्रदेश सरकार के खेल अलंकरण समारोह में ‘आईकॉन खिलाड़ी’ के रुप में उपस्थित रहेंगी और उन्हें ऑलंपिक में कांस्य पदक जीतने के लिए राज्य सरकार 50 लाख रुपए देकर सम्मानित करेगी.

एक सवाल के जवाब में विश्व चैंपियन मुक्केबाज ने कहा कि भोपाल उनके घर जैसा है और यहां सम्मानित होना उनके लिए गौरव की बात है. वह भोपाल स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण के सेंटर में काफी लंबे समय तक प्रशिक्षण लेती रही हैं और यहां आकर उन्हें ऐसा लगता है जैसे वह अपने घर आई हुई हैं.

खुद पर बन रही फिल्म के बारे में मैरीकॉम ने कहा, ‘‘मुझे अपने जीवन पर बनी फिल्म का बेसब्री से इंतजार है’’. इस फिल्म में उनका किरदार बालीवुड स्टार प्रियंका चोपड़ा ने निभाया है.

उन्होने कहा, ‘‘मैंने अभी ‘रिंग’ से ‘ब्रेक’ ले रखा है. अगले छह माह तक मैं ‘ट्रेनिंग’ नहीं करुंगी. इसके बाद मैं हल्की ‘ट्रेनिंग’ शुरु करुंगी और प्रतिस्पर्धी ‘फिटनेस’ हासिल करुंगी. इस पूरी प्रक्रिया में एक साल का समय लगेगा और मेरे पास इतना समय है, क्योंकि कम से कम अगले 12 माह में कोई बड़ी अंतर्राष्टरीय प्रतियोगिता नहीं है’’.

लंदन ऑलंपिक की कांस्य पदक विजेता ने कहा कि वह ऑलंपिक में स्वर्ण पदक नहीं जीत पाई, लेकिन यदि रियो ऑलंपिक 2016 के लिए 48 किलोग्राम वर्ग को शामिल किया जाता है, तो वह निश्चित तौर पर चुनौती पेश करेंगी.

उन्होंने कहा, ‘‘लोग कहते हैं कि इतना कुछ हासिल करने के बाद मेरी प्रेरणा क्या है, लेकिन वे यह नहीं समझ सकते कि मुझे यही सबसे अधिक पसंद है और मैं तब तक मुक्केबाजी करती रहूंगी, जब तक मेरा शरीर साथ देगा’’.

Next Article

Exit mobile version