खेल मंत्रालय ने कुश्ती को 2020 ओलंपिक में बरकरार रखने का आग्रह किया

नई दिल्ली : खेल मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) सेअर्जेंटीनाके ब्यूनस आयर्स में उसके 125वें सत्र में कुश्ती का मामला उठाने और इस खेल को ओलंपिक खेलों के बरकरार रखने का जोरदार आग्रह किया है.अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति की पूर्ण कार्यकारिणी की बैठक सात से 10 सितंबर तक ब्यूनस आयर्स में होगी. आईओसी सदस्यों को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 4, 2013 5:18 PM

नई दिल्ली : खेल मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) सेअर्जेंटीनाके ब्यूनस आयर्स में उसके 125वें सत्र में कुश्ती का मामला उठाने और इस खेल को ओलंपिक खेलों के बरकरार रखने का जोरदार आग्रह किया है.अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति की पूर्ण कार्यकारिणी की बैठक सात से 10 सितंबर तक ब्यूनस आयर्स में होगी. आईओसी सदस्यों को लिखे पत्र में खेल सचिव पी के देब ने कहा कि कुश्ती (जिसमें पुरुष और महिलाओं की फ्रीस्टाइल तथा ग्रीको रोमन स्पर्धा शामिल हैं) 1886 में एथेंस में शुरुआती आधुनिक ओलंपिक से ही है और वह पहले ओलंपिक से ही कोर ग्रुप का हिस्सा रही है.

पत्र में लिखा, ‘‘आईओसी कार्यकारी बोर्ड का कुश्ती को 2020 ओलंपिक में शामिल नहीं किया जाना इस खेल के भविष्य को काफी प्रभावित करेगा. ’’ देब ने पत्र में लिखा, ‘‘यह खेल प्राचीन ओलंपिक का भी हिस्सा था. ओलंपिक के कोर ग्रुप से इस स्पर्धा को बाहर करना परंपरा के खिलाफ है, जो ओलंपिक का हिस्सा है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘आधुनिक समय में कुश्ती काफी लोकप्रिय खेल है और दुनिया भर में इसके काफी प्रशंसक हैं. इसकी लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि लंदन ओलंपिक 2012 में 71 देशों ने हिस्सा लिया था. ’’

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