प्रतिबंधित दवाओं के सेवन के मामले में आठ भारोत्तोलन कोचों पर दो साल का प्रतिबंध
नयी दिल्ली : भारतीय भारोत्तोलन महासंघ ने उन भारोत्तोलकों के कोचों पर दो साल का प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है जो पिछले कुछ महीने में अलग- अलग चैंपियनशिप में प्रतिबंधित दवाओं के सेवन के दोषी पाये गये थे. महासंघ ने चार राज्यों दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और मणिपुर के संघों पर भी एक साल का […]
नयी दिल्ली : भारतीय भारोत्तोलन महासंघ ने उन भारोत्तोलकों के कोचों पर दो साल का प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है जो पिछले कुछ महीने में अलग- अलग चैंपियनशिप में प्रतिबंधित दवाओं के सेवन के दोषी पाये गये थे. महासंघ ने चार राज्यों दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और मणिपुर के संघों पर भी एक साल का प्रतिबंध लगा दिया है चूंकि यहां से डोपिंग के सबसे ज्यादा मामले पकड़े गये हैं.
कोचों को प्रतिबंध पूरा करना होगा और उन्हें कोई राहत नहीं दी जायेगी. उन्हें हालांकि कोई जुर्माना नहीं भरना होगा. दिल्ली के तीन कोच रवि कुमार, एस के बक्षी और वीरेंद्र कुमार पर दो साल का प्रतिबंध लगाया गया है जबकि दो मणिपुर से और मध्यप्रदेश, पंजाब और ओडिशा से एक एक कोच हैं.
राष्ट्रीय युवा और जूनियर चैंपियनशिप के अलावा भारोत्तोलकों को यूनिवर्सिटी, पुलिस खेलों और रेलवे स्पर्धाओं में डोप टेस्ट में पॉजीटिव पाया गया. राष्ट्रीय युवा और जूनियर खेलों में दिल्ली के चार, पंजाब के तीन, हरियाणा और मणिपुर के दो -दो भारोत्तोलक पॉजीटिव पाये गये थे.