दबाव के बीच चुनाव लड़ने के फैसले पर कायम हैं फीफा प्रमुख सेप ब्लाटर

ज्यूरिख : तमाम विवादों के बावजूद फीफा प्रमुख सेप ब्लाटर पांचवीं बार चुनाव लड़ने के अपने फैसले पर जमे हुए हैं.फीफा के अधिकारियों की भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तारी होने के बाद से सेप ब्लाटर पर पद छोड़ने का दबाव बनाया जा रहा है. फीफा में भ्रष्टाचार के मामलों के सामने आने पर कई देशांे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 29, 2015 12:24 PM

ज्यूरिख : तमाम विवादों के बावजूद फीफा प्रमुख सेप ब्लाटर पांचवीं बार चुनाव लड़ने के अपने फैसले पर जमे हुए हैं.फीफा के अधिकारियों की भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तारी होने के बाद से सेप ब्लाटर पर पद छोड़ने का दबाव बनाया जा रहा है. फीफा में भ्रष्टाचार के मामलों के सामने आने पर कई देशांे की सरकारें भी चिंतित हैं. प्रायोजक पहले ही अपनी चिंता जता चुके हैं लेकिन ब्लाटर फिर से चुनाव लड़ने को लेकर मैदान में डटे हुए हैं.

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने ब्लाटर के इस्तीफे की मांग का समर्थन किया है जबकि फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रैंकोइस होलैंड ने कहा कि प्रमुख प्रतियोगिताओं के मेजबानों का चयन करने वाले खेल समूह तक किसी की पहुंच नहीं होनी चाहिए.जर्मनी के विदेश मंत्री फ्रैंक वाल्टर स्टीनमीर ने कहा कि यदि विश्व फुटबाल को ह्यजहरीलेह्ण भ्रष्टाचार से मुक्त नहीं किया जा सकता है तो फिर सरकारी एजेंसियों को मजबूर होकर अपना काम करना होगा.
व्यावसायिक स्तर पर भी फीफा को नुकसान उठाना पड सकता है. फीफा की मुख्य प्रायोजक दक्षिण कोरिया की कंपनी हुंदेई ने कहा कि वह इस सप्ताह में फुटबाल अधिकारियों की गिरफ्तारी और फीफा को केंद्र में रखकर आपराधिक जांच की शुरुआत से बेहद चिंतित है.
क्रेडिट कार्ड कंपनी वीसा ने आगाह किया है कि यदि फीफा अपने कामकाज को साफ सुथरा नहीं बनाता तो वह अपने प्रायोजन पर पुनर्विचार करेगा. कोका कोला, एडिडास, मैकडोनाल्ड और बुडवीसर जैसी कंपनियों ने भी चिंता जतायी है जबकि संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि वह फीफा के साथ अपनी साझेदारी की समीक्षा करेगा. अमेरिकी फुटबाल महासंघ के अध्यक्ष सुनील गुलाटी ने कहा कि वह फीफा अध्यक्ष सेप ब्लाटर को बाहर करने के अभियान में शामिल हो रहे हैं.
उनके इस कदम से हालांकि अमेरिका की एक और विश्व कप की मेजबानी करने की उम्मीदों को झटका लग सकता है.
गुलाटी ने अध्यक्ष पद के चुनाव से पहले ट्वीट करके कहा, फीफा के अगले अध्यक्ष पद के लिये अमेरिकी फुटबाल महासंघ प्रिंस अली बिन अल हुसैन के पक्ष में मतदान करेगा. फीफा कांग्रेस के लिये ज्यूरिख में मौजूद गुलाटी ने आगे कहा, यह मतदान सुशासन और हमारे खेल की बेहतरी के लिये है. गुलाटी फीफा की शक्तिशाली कार्यकारी समिति के सदस्य भी हैं.

Next Article

Exit mobile version