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वावरिंका ने कहा, एक दिन जरूर फ्रेंच ओपन का खिताब जीतेंगे जोकोविच

पेरिस : फ्रेंच ओपन 2015 का पुरुष एकल का खिताब स्विट्जरलैंड के स्टैन वावरिंका ने भले ही जीत लिया हो लेकिन उन्होंने सर्बिया के नोवाक जोकोविच की तारीफ की है. उन्होंने कहा कि उनमें इतनी क्षमता है कि एक दिन वह यह खिताब जरूर जीतेंगे. स्विटजरलैंड के स्टान वावरिंका ने कैरियर ग्रैंडस्लैम पूरा करने का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 9, 2015 9:00 AM

पेरिस : फ्रेंच ओपन 2015 का पुरुष एकल का खिताब स्विट्जरलैंड के स्टैन वावरिंका ने भले ही जीत लिया हो लेकिन उन्होंने सर्बिया के नोवाक जोकोविच की तारीफ की है. उन्होंने कहा कि उनमें इतनी क्षमता है कि एक दिन वह यह खिताब जरूर जीतेंगे.

स्विटजरलैंड के स्टान वावरिंका ने कैरियर ग्रैंडस्लैम पूरा करने का नोवाक जोकोविच का सपना रविवार को तोड दिया और फ्रेंच ओपन खिताब अपने नाम करने वाले पिछले 25 साल में सबसे उम्रदराज खिलाडी बन गए.
तीस बरस के वावरिंका ने 4 . 6, 6 . 4, 6 . 3, 6 . 4 से जीत दर्ज की. यह 2014 आस्ट्रेलियाई ओपन के बाद उनके कैरियर का दूसरा ग्रैंडस्लैम खिताब है. इससे कैरियर स्लैम पूरा करने वाले आठवें खिलाडी बनने का जोकोविच का सपना भी टूट गया.रोलां गैरो फाइनल में चार साल में उनकी तीसरी हार है. वावरिंका 1990 में आंद्रेस गोमेज के बाद यहां खिताब जीतने वाले सबसे उम्रदराज खिलाडी बन गए. उनकी सर्बिया के चोटी के खिलाडी जोकोविच के खिलाफ 21 मुकाबलों में यह चौथी जीत थी. जोकोविच की यह 2015 में 44 मैचों में तीसरी हार थी और इसके साथ ही लगातार 28 मैच जीतने का उनका सिलसिला भी टूट गया.
जोकोविच के कैरियर का यह 16वां ग्रैंडस्लैम फाइनल था जबकि वावरिंका दूसरी बार फाइनल खेल रहे थे. पहले सेट में वह दबाव में दिखे. उन्हें पहले और पांचवें गेम में ब्रेक प्वाइंट बचाने पडे. जोकोविच ने 4 . 3 की बढत बना ली जिसके बाद वावरिंका ने डबल फाल्ट कर दिया. उसने दसवें गेम में दो सेट प्वाइंट बचाये लेकिन जोकोविच की सर्विस नहीं तोड सके. उन्होंने पहला सेट 43 मिनट तक चले मुकाबले के बाद जीत लिया.

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