झारखंड में होगी खेल विश्वविद्यालय की स्थापना
रांची : झारखंड सरकार और भारतीय कोयला निगम की आनुषंगिक कंपनी सेन्ट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) में आज यहां झारखंड खेल विश्वविद्यालय एवं झारखंड खेल अकादमी स्थापित करने का समझौता हुआ जिसके तहत सीसीएल निगमित सामाजिक दायित्व कोष से राष्ट्रीय खेलों के लिए बने विशाल खेल परिसर में इस विश्वविद्यालय की स्थापना करेगा. झारखंड के मुख्यमंत्री […]
रांची : झारखंड सरकार और भारतीय कोयला निगम की आनुषंगिक कंपनी सेन्ट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) में आज यहां झारखंड खेल विश्वविद्यालय एवं झारखंड खेल अकादमी स्थापित करने का समझौता हुआ जिसके तहत सीसीएल निगमित सामाजिक दायित्व कोष से राष्ट्रीय खेलों के लिए बने विशाल खेल परिसर में इस विश्वविद्यालय की स्थापना करेगा.
झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास एवं सीसीएल के प्रबंध निदेशक गोपाल सिंह की उपस्थिति में आज यहां इस आशय के समझौते पर हस्ताक्षर हुए. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इस समझौते को राज्य के सवा करोड से अधिक युवाओं के लिए एक बडा अवसर बताया और कहा कि झारखंड खेल विश्वविद्यालय एवं अकादमी की स्थापना राज्य में खेल और खिलाडियों के लिए वरदान साबित होगा.
उन्होंने कहा कि खिलाडियों ने देश और दुनिया में झारखंड का परचम लहराया है और अब इस तरह की आधारभूत संरचना खडी होने और अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण प्राप्त होने से राज्य के खिलाडियों को अपना कौशल दुनिया के सामने पेश करने का बड़ा अवसर प्राप्त होगा.
उन्होंने कहा कि फरवरी, 2011 में रांची में चौंतीसवें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के बाद से ही उस उद्देश्य से बना विशाल खेल परिसर लगभग अनुपयुक्त ही पड़ा था लेकिन अब इसका समुचित उपयोग खिलाडियों के प्रशिक्षण के लिए हो पाएगा.
मुख्यमंत्री दास ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय उर्जा एवं कोयला मंत्री पीयूष गोयल से रांची में झारखंड खेल विश्वविद्यालय की स्थापना में मदद मांगी थी और इतनी द्रुत गति से उनके मंत्रालय ने सहयोग किया है यह प्रशंसनीय है. उन्होंने कहा कि खेल गांव में बनने वाले इस विश्वविद्यालय में 15 विभिन्न खेलों में 1400 खिलाडियों को प्रशिक्षण दिये जाने की योजना है.
जिनमें से प्रारंभ में झारखंड सरकार 350 खिलाडियों को और सीसीएल भी इतने ही खिलाडियों को नि:शुल्क प्रशिक्षण देगा. बाद में सात सौ अन्य खिलाडियों का चयन प्रशिक्षण के लिए राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिता अथवा स्पर्धा के आधार पर किया जायेगा. इन 700 अन्य खिलाडियों को विश्वविद्यालय में सशुल्क प्रशिक्षण दिये जाने की योजना है.
योजना के तहत अखिल भारतीय स्तर पर चयनित खिलाडियों में झारखंड के चुने गये खिलाडियों को शुल्क में 25 प्रतिशत की छूट दी जायेगी. इस अवसर पर सीसीएल के प्रबन्ध निदेशक गोपाल सिंह ने कहा कि खेल गांव में उपलब्ध अधिसंरचना का इससे अच्छा सदुपयोग नहीं हो सकता था कि वहां देश और झारखंड के प्रतिभावान खिलाडियों को उनके खेलों में विशेष प्रशिक्षण दिया जाये.
उन्होंने कहा कि झारखंड में खेल और खिलाडियों को लेकर असीम क्षमता है और यहां कई धौनी और दीपिकाएं पैदा हो सकती हैं, आवश्यकता मात्र उन्हें उचित प्रोत्साहन देने की है. राज्य सरकार और सीसीएल में हुए समझौते के अनुसार सीसीएल सीएसआर कोष से इस अकादमी और खेल विश्वविद्यालय की स्थापना रांची में करेगा.