एंटवर्प (बेल्जियम) : रमनदीप सिंह के बेहतरीन खेल की मदद से आज भारत और पाकिस्तान के बीच विश्व हॉकी लीग सेमीफाइनल का मुकाबला दो-दो से बराबरी पर खत्म हुआ. भारत की ओर से आज लगातार हमलावर तेवर बनाये रखने के बावजूद गोल करने के कुछ अच्छे मौके गंवाये गये. जिसके कारण उसे विश्व हॉकी लीग सेमीफाइनल में आज यहां चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान खिलाफ रोमांचक मैच ड्रॉ खेलना पडा.
रमनदीप ने शानदार हॉकी का प्रदर्शन करके भारत की तरफ से दोनों गोल (13वें और 39वें मिनट में) दागे. पाकिस्तान के लिये भी दोनों गोल मोहम्मद इमरान (23वें और 37वें मिनट) ने किये. भारत ने दूसरे क्वार्टर को छोड़कर बाकी तीनों क्वार्टर में अच्छा खेल दिखाया लेकिन आखिरी क्षणों की चूक के कारण आखिर उसे एक अंक से संतोष करना पडा.
रियो ओलंपिक के लिये पहले ही क्वालीफाई कर चुकी भारतीय टीम ने हालांकि पूल ए में अपना शीर्ष स्थान बरकरार रखा है. उसके अब ती मैच में सात अंक हैं जबकि पाकिस्तान के इतने ही मैचों में चार अंक हैं और वह तीसरे स्थान पर है. भारत का अगला मैच 28 जून को विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया से होगा.
भारतीय टीम ने शुरु में धैर्य से काम लिया और अच्छा संतुलन बनाये रखा. दोनों टीमों ने एक दूसरे पर हावी होने की भी कोशिश. इस बीच युवराज वाल्मिकी चोटिल भी हो गये. रिजवान जूनियर की स्टिक उनके पांव पर लगी जिसके कारण उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा. इस बीच पाकिस्तान ने हमलावर तेवर अपनाये लेकिन भारतीय रक्षापंक्ति ने बेहतर संतुलन से उन्हें नाकाम कर दिया.
रमनदीप के शानदार प्रयास से भारत 13वें मिनट में बढ़त हासिल करने में सफल रहा. गुरमैल सिंह ने बायें छोर से गोलमुख के पास बहुत तेजतर्रार पास दिया लेकिन रमनदीप ने बड़ी कुशलता से उस पर स्टिक लगाकर उसे गोल के अंदर कर दिया.
पाकिस्तान ने जवाबी हमला किया और लेकिन श्रीजेश ने मोहम्मद दीबार का शॉट कुशलता से रोककर भारत पर आया संकट टाल दिया. भारत ने पहले क्वार्टर में अपनी बढ़त बनाये रखी थी. पाकिस्तान को दूसरे क्वार्टर में पेनल्टी कार्नर मिला जिस पर भारत ने बहुत अच्छा बचाव किया. रेफरी ने हालांकि पाकिस्तान को पेनल्टी स्ट्रोक दे दिया. भारतीय टीम ने इसका विरोध करके रेफरल मांगा लेकिन वह भी पाकिस्तान के पक्ष में गया. इमरान ने पेनल्टी स्ट्रोक पर श्रीजेश के दायीं तरफ गेंद को गोल में डालकर स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया.
भारत को इसके बाद दो पेनल्टी कार्नर मिले लेकिन सतबीर सिंह और रमनदीप दोनों इन पर सही शॉट नहीं लगा पाये. इस तरह से मध्यांतर तक दोनों टीमों ने एक-एक गोल किया था. तीसरे क्वार्टर के शुरु में भारत को दस खिलाडियों के साथ खेलना पड़ा क्योंकि सतबीर को पीला कार्ड मिल गया था. पाकिस्तान का इसका फायदा उठाने की भरपूर कोशिश की. भारतीय रक्षकों ने उसके हमलावर तेवरों का अच्छा जवाब दिया लेकिन पाकिस्तान पेनल्टी कार्नर हासिल करने में सफल रहा जिसे इमरान ने गोल में बदलकर पाकिस्तान को पहली बार मैच में बढत दिलायी.
भारत ने हालांकि बराबरी का गोल करने में देर नहीं लगायी. दविंदर वाल्मिकी के शानदार प्रयास का पूरा फायदा उठाते हुए रमनदीप ने इसके दो मिनट बाद फिर से खूबसूरत मैदानी गोल किया. इसके बाद वाल्मिकी को भी पीला कार्ड मिलने से भारत को फिर से दस खिलाडियों के साथ खेलना पडा था.
इसके बावजूद भारत ने आक्रामक रवैया अपनाया और पाकिस्तानी रक्षापंक्ति को व्यस्त रखा. उन्हें इसका फायदा पेनल्टी कार्नर के रुप में मिला लेकिन वह बेकार चला गया. इस बीच भारत के पास दो अवसरों पर बढ़त लेने का शानदार मौका था लेकिन पाकिस्तान के गोलकीपर इमरान बट ने दोनों बार बेहतरीन बचाव किया. युवराज वाल्मिकी के पास 53वें मिनट में गोल करने का आसान मौका था लेकिन वह चूक गये.
पाकिस्तानी भी जवाबी हमला करने की पूरी कवायद में लगा रहा. इस बीच वकास मोहम्मद को मौका मिला लेकिन वह श्रीजेश रुप दीवार को नहीं भेद पाये. भारत और खासकर रमनदीप ने आखिरी क्षणों तक हैट्रिक पूरी करने की भरपूर कोशिश की लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली.