लंदन : गत चैम्पियन नोवाक जोकोविच ने जार्को नीमिनेन को सीधे सेटों में हराकर विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट के पुरुष एकल के तीसरे दौर में जगह बनाई जबकि पूर्व चैम्पियन मारिया शारापोवा भी महिला एकल में आगे बढ़ने में सफल रही.
सर्बिया के शीर्ष वरीय जोकोविच ने फिनलैंड के नीमिनेन को आल इंग्लैंड क्लब पर 6-4, 6-2, 6-3 से हराया. तीसरे विंबलडन और नौवें ग्रैंडस्लैम खिताब के लिए चुनौती पेश कर रहे जोकोविच प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने के लिए ऑस्ट्रेलिया के 27वें वरीय बर्नार्ड टोमिच से भिडेंगे. टोमिच ने दूसरे दौर के कडे मुकाबले में फ्रांस के पियरे ह्युगेस हर्बर्ट को 7-6, 6-4, 7-6 से हराकर बाहर का रास्ता दिखाया. दूसरी तरफ पूर्व चैम्पियन चौथी वरीय शारापोवा ने नीदरलैंड की क्वालीफायर रिचेल हागेनकैंप को दूसरे दौर में सिर्फ 65 मिनट में 6-3, 6-1 से हराकर अगले दौर में प्रवेश किया.
शारापोवा को तीसरे दौर में उक्रेन की लेसिया सुरेनको और रोमानिया की 29वीं वरीय इरीना कामेलिया बेगु के बीच होने वाले मैच के विजेता से भिड़ना होगा. जोकोविच की 33 साल के निमीनेन के खिलाफ सात मैचों में यह छठी जीत है.
सर्बिया के इस शीर्ष वरीय ने 92 मिनट में मुकाबला जीतने के बाद कहा, यह उसका अंतिम विंबलडन था इसलिए मैं उसे शानदार करियर के लिए बधाई देता हूं. उन्होंने कहा, वह पिछले कई वर्षों से खेल रहा है और वह कोर्ट के बाहर सबसे अच्छे लोगों में से एक है. वह कोर्ट पर कडी प्रतिस्पर्धा देता है. उसके खिलाफ खेलना खुशी की बात थी. जोकोविच ने पहले सेट की शुरुआत में ही सर्विस गंवा दी थी लेकिन इसके बाद उन्होंने वापसी की और फिनलैंड के खिलाड़ी को कोई मौका नहीं दिया.
आल इंग्लैंड क्लब पर नीमिनेन का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2006 में रहा जब वह क्वार्टर फाइनल में पहुंचे. उन्होंने पहले दौर में 2002 के विंबलडन चैम्पियन लेटन हेविट को हराया था. पुरुष एकल के अन्य मुकाबलों में बुल्गारिया के 11वें वरीय ग्रिगोर दिमीत्रोव ने अमेरिका के स्टीव जानसन को 7-6, 6-2, 7-6 से शिकस्त दी जबकि बेल्जियम के 16वें वरीय डेविड गोफिन ने ब्रिटेन के लियाम ब्राडी को 7-6, 6-1, 6-1 से हराया.
फ्रांस के 21वें वरीय रिचर्ड गास्केट ने हमवतन कैनी डि शेपर को सीधे सेटों में 6-0, 6-3, 6-3 से हराकर बाहर का रास्ता दिखाया. महिला एकल में ऑस्ट्रेलिया की 22वीं वरीय समंथा स्टोसुर भी पोलैंड की उर्सजुला रदवांस्का को 6-3, 6-4 से हराकर तीसरे दौर में पहुंचने में सफल रही.